खेल विभाग का उद्देश्य अधिकाधिक खिलाड़ियों की मददः डा. विनोद प्रधान

राष्ट्रीय खिलाड़ियों को मिलेगा बीमा-चिकित्सा का लाभ

श्रीप्रकाश शुक्ला

ग्वालियर। खेल संगठनों को मान्यता देने के मामले में केन्द्रीय खेल मंत्रालय क्या निर्णय लेता है, यह उसका निजी मामला है। मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग का प्रमुख उद्देश्य अधिकाधिक खिलाड़ियों को खेलवृत्ति और राष्ट्रीय खिलाड़ियों को चिकित्सा सुविधा का लाभ प्रदान करना है। यह बातें बुधवार को खेलपथ से दूरभाष पर हुई बातचीत में संयुक्त संचालक खेल डा. विनोद प्रधान ने बताईं।

डा. प्रधान ने बताया कि मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने खेलवृत्ति के लिए खिलाड़ियों से आनलाइन जानकारी मांगी है। विभाग खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखने के साथ यह भी सुनिश्चित करेगा कि उन्होंने जिन खेलों में मेडल जीते हैं, वे खेल ओलम्पिक, एशियाड, राष्ट्रमण्डल और राष्ट्रीय खेलों में शामिल हैं या नहीं। मध्य प्रदेश में मान्यता प्राप्त खेल संगठनों के सवाल पर डा. प्रधान ने कहा कि 17 अगस्त, 2012 को मध्य प्रदेश के राजपत्र में खेल संघों की मान्यता के स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं।

डा. प्रधान ने कहा कि केन्द्रीय खेल मंत्रालय ने बेशक 55 खेल संघों को अपनी सूची में स्थान दिया हो लेकिन मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग ओलम्पिक, एशियाड, राष्ट्रमण्डल और राष्ट्रीय खेलों में शामिल सभी खेलों के खिलाड़ियों को खेलवृत्ति और इन खेलों के राष्ट्रीय खिलाड़ियों को बीमा चिकित्सा सुविधा का लाभ देने को प्रतिबद्ध है।

डा. प्रधान ने कहा कि 17 अगस्त, 2012 को मध्य प्रदेश राजपत्र में खेल संघों के मान्यता संबंधी नियमों पर गौर करें तो उनमें स्पष्ट उल्लेख है कि जो खेल ओलम्पिक, एशियन गेम्स, राष्ट्रमण्डल एवं राष्ट्रीय खेलों में शामिल होंगे, उन्हीं को मध्य प्रदेश खेल एवं युवा कल्याण विभाग भी मानेगा। राजपत्र में इस बात का भी उल्लेख है कि खेल संघों का पंजीयक फर्म्स एवं संस्थाएं में पंजीकृत होना जरूरी है।

मध्य प्रदेश खेल और युवा कल्याण विभाग प्रदेश के खिलाड़ियों को चिकित्सा एवं दुर्घटना बीमा का लाभ उपलब्ध कराने जा रहा है। ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है। प्रथम चरण में खेल विभाग ने विभिन्न खेल अकादमियों के खिलाड़ियों को इससे लाभान्वित किया है। ज्ञातव्य है कि विगत दिवस खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने खिलाड़ियों को चिकित्सा एवं दुर्घटना बीमा का लाभ उपलब्ध कराने के लिए खेल संघों से प्रतिभावान खिलाड़ियों की जानकारी निर्धारित प्रारूप में 31 मई, 2020 तक मांगी है।

संचालक खेल और युवा कल्याण वी.के. सिंह के अनुसार चिकित्सा बीमा के अन्तर्गत मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय खिलाड़ी देश के चुनिन्दा अस्पतालों में से किसी भी अस्पताल में अपना उपचार करा सकेंगे। इसके लिये उन्हें दो लाख रुपये तक निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। खिलाड़ियों का पांच लाख रुपये का जीवन बीमा भी कराया जा रहा है। बीमा के माध्यम से खिलाड़ियों को पूरे देश में कैशलेस उपचार की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

संचालक खेल श्री सिंह के अनुसार मध्य प्रदेश के ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने अधिकृत रूप से राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में एक अप्रैल, 2019 से 31 मार्च, 2020 के मध्य प्रतिभागिता की है, उन्हें चिकित्सा एवं दुर्घटना बीमा की कैशलेस सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके लिये संबंधित खेल संघों को राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की प्रमाणित सूची उपलब्ध करानी होगी।

 

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