विद्यार्थी जीवन मानव जीवन की आधारशिलाः डा. रामकिशोर अग्रवाल

जी.एल. बजाज में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का रंगारंग शुभारम्भ

मथुरा। मनुष्य के लिए अच्छे स्वास्थ्य का होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है। दूसरे शब्दों में, स्वस्थ मस्तिष्क के लिए स्वस्थ शरीर का होना अनिवार्य है। रुग्ण शरीर, रुग्ण मानसिकता को जन्म देता है लिहाजा हमें किसी न किसी खेल में अवश्य रुचि लेनी चाहिए उक्त उद्गार निदेशक डा. एल.के. त्यागी ने जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस में शुक्रवार को वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के शुभारम्भ अवसर पर व्यक्त किए। पहले दिन एथलेटिक्स, टेबल टेनिस, शतरंज, बैडमिंटन आदि के मुकाबले खेले गए।

डा. त्यागी ने कहा कि वैदिक काल से ही हमारे पूर्वजों ने निरोगी काया  अर्थात स्वस्थ शरीर को प्रमुख सुख माना है। खेल अथवा व्यायाम स्वस्थ शरीर के लिए अति आवश्यक है अर्थात् शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खेल अथवा व्यायाम की उतनी ही आवश्यकता है जितनी कि जीवन को जीने के लिए भोजन व पानी की। डा. त्यागी ने कहा कि खेलों से अनुशासन और खेलभावना का विकास होता है। खेलों से टीमभावना प्रगाढ़ होती है। खेल लक्ष्य हासिल करने का मूलमंत्र है। छात्र सूरथ सिंह ने छात्र-छात्राओं को खेलभावना से खेलने की शपथ दिलाई।

आर.के. एज्यूकेशन हब के अध्यक्ष डा. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि विद्यार्थी जीवन मानव जीवन की आधारशिला है। इस काल में आत्मसात की गई समस्त अच्छी-बुरी आदतों का मानव जीवन पर स्थाई प्रभाव पड़ता है। अध्ययन के साथ-साथ व्यायाम मनुष्य के सर्वांगीण विकास में सहायक है। विद्यार्थी जो अपनी पढ़ाई के साथ खेलों को बराबर का महत्व देते हैं वे प्राय: कुशाग्रबुद्‌धि के होते हैं।

उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने कहा कि खेल प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का एक हिस्सा है और यह उतना ही जरूरी है जितना शरीर के लिए भोजन। जिस प्रकार शरीर को नई ऊर्जा देने के लिए भोजन की जरूरत पड़ती है उतनी ही ऊर्जा और ताजगी खेल शरीर को देते हैं। विद्यार्थी जीवन में मानसिक बोझ और शारीरिक थकान को खेलों के माध्यम से ही दूर किया जा सकता है।

चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने कहा कि आज हम देखते हैं कि प्रत्येक विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को लेकर एक मानसिक तनाव से गुजर रहा है, इतना ही नहीं वह इस तनाव की वजह से स्वयं को ज्यादा समय तक पढ़ाई से जोड़ भी नहीं पाता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि मानसिक थकान और तनाव को दूर करने के लिए छात्र-छात्राओं को खेलों से जरूर जुड़े रहना चाहिए। दो दिवसीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के बेहतरीन आयोजन के लिए सात ग्रुप बनाए गए हैं। स्पोर्ट्स टीचर शुभम शर्मा ने बताया कि पहले दिन एथलेटिक्स, टेबल टेनिस, शतरंज आदि के मुकाबले खेले गए।

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