नैनीताल की लतिका का नेपाल में धमाल

मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में जश्न

लगातार दूसरी बार जीता है स्वर्ण पदक

खेलपथ प्रतिनिधि

ग्वालियर। मध्य प्रदेश की एकेडमियों में प्रदेश ही नहीं देश के खिलाड़ी निखर रहे हैं। नैनीताल की लतिका भंडारी ने नेपाल में हो रहे सैफ खेलों की ताइक्वांडो स्पर्धा में स्वर्णिम सफलता हासिल की है। ललिता बिटिया की इस सफलता पर मध्य प्रदेश ही नहीं समूचे उत्तराखंड में भी जश्न मन रहा है। लतिका ने इन खेलों में पाकिस्तानी खिलाड़ी को 40-10 से पराजित कर दूसरी बार स्वर्ण पदक जीता है। 

नैनीताल के एक सामान्य घर की लतिका भंडारी ने 13वें दक्षिण एशियाई खेलों में बुधवार को अंडर-53 किलोग्राम भारवर्ग में  देश को स्वर्ण पदक दिलाया है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व 2016 में हुए 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में भी लतिका ने 53 किलोग्राम भार वर्ग में अपने पंचों का दम दिखाते हुये स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। लतिका मई 2014 में उज्बेकिस्तान में आयोजित हुई 21वीं एशियन ताइक्वांडो चौंपियनशिप में भी 53 किलोग्राम से अधिक के भार वर्ग में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। वह मध्य प्रदेश ताइक्वांडो अकादमी में प्रशिक्षण ले रही हैं। उनकी इस उपलब्धि पर उनके प्रारम्भिक कोच सुनील थापा, उत्तराखंड राज्य ताइक्वांडो संघ के सचिव सीवीएस बिष्ट, नैनीताल जिला ताइक्वांडो संघ के संरक्षक दिग्विजय बिष्ट आदि ने हर्ष जताते हुये उन्हें बधाइयां दी हैं।
उल्लेखनीय है कि लतिका नैनीताल के राजमहल कंपाउंड निवासी असम रायफल्स में जेसीओ के रूप में कार्यरत महेंद्र अधिकारी और नीमा भंडारी की पुत्री हैं। यहाँ के मोहन लाल साह बालिका विद्या मंदिर से पढ़ी हैं। चार वर्ष की आयु से सुनील थापा से ताइक्वांडो सीखती रही हैं। वर्तमान में मध्य प्रदेश के बरकतुल्ला विश्व विद्यालय भोपाल के चाणक्य कॉलेज से पढ़ एवं मध्य प्रदेश ताइक्वांडो अकादमी से ताइक्वांडो का प्रशिक्षण ले रही हैं। उनके भाई पीयूष भी ताइक्वांडो की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीत चुके हैं।

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