पंजाब ने जीती राष्ट्रीय सीनियर हॉकी चैम्पियनशिप

फाइनल में मध्य प्रदेश को हराया, मेजबान यूपी तीसरे नम्बर पर
खिताबी मुकाबले में जुगराज सिंह बने मैन ऑफ द मैच
खेलपथ संवाद
झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी में खेली गई राष्ट्रीय सीनियर हॉकी चैम्पियनशिप के फाइनल में पंजाब के खिलाड़ियों ने मध्य प्रदेश को 4-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया। मेजबान उत्तर प्रदेश ने मणिपुर को 5-1 से हराकर तीसरा स्थान बरकरार रखा। खिताबी मुकाबले में शानदार खेल के लिए जुगराज सिंह को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
झांसी के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम के एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड पर खेली गई 15वीं हॉकी इंडिया राष्ट्रीय सीनियर चैम्पियनशिप पंजाब ने जीत ली। पंजाब ने फाइनल में मध्य प्रदेश को 4-1 के अंतर से हराया। दिग्गज टीमों को पस्त कर फाइनल में पहुंची मध्य प्रदेश टीम ने मैच के शुरू में पंजाब पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। मध्य प्रदेश के फारवर्ड खिलाड़ी एक के बाद एक कई शानदार मूव बनाते हुए पंजाब के गोल पोस्ट तक पहुंचे। पहले 15 मिनट के हाफ तक कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी। दूसरे हाफ के 28वें मिनट में मध्य प्रदेश के फारवर्ड खिलाड़ी प्रताप लकरा ने टीम को मिले पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलकर बढ़त दिला दी। एक गोल से पिछड़ने के बाद पंजाब ने जवाबी हमले शुरू किए। दो मिनट बाद ही पंजाब को कामयाबी मिली फारवर्ड जुगराज सिंह ने इसे गोल में बदलकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
मुकाबला बराबर में आने के साथ ही पंजाब की टीम रंग में आने लगी। 38वें मिनट में पंजाब के जसकरन सिंह ने बेहतरीन पास से मिली गेंद को गोल पोस्ट में धकेल कर टीम को 2-1 से आगे कर दिया। 46वें मिनट में पंजाब को फिर से गोल करने का मौका मिला। गोल पोस्ट के करीब मिले बेहतरीन पास को गोल में बदलकर मनिंदर सिंह ने टीम को 3-1 की शानदार बढ़त दिला दी।
दो गोल से पिछड़ने के बाद मध्य प्रदेश ने दोबारा मैच में वापसी की कोशिश की, लेकिन पंजाब की रक्षा पंक्ति के आगे मध्य प्रदेश के फारवर्ड खिलाड़ी बेबस नजर आए। आखिरकार तीन मिनट बाद 49वें मिनट में जुगराज सिंह ने पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलकर अपना दूसरा गोल किया।
पंजाब के 4-1 से आगे होने के बाद टीम ने रक्षात्मक खेल शुरू कर दिया। अंतिम सीटी बजने तक पंजाब 4-1 से आगे रहा। जुगराज सिंह मैन ऑफ द मैच रहे। मुख्य अतिथि खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने विजेता एवं उपविजेता टीमों को ट्राफी प्रदान की। समापन अवसर पर हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह, खेल निदेशक रामप्रकाश सिंह, पंजाब हॉकी के अध्यक्ष नितिन कोहली समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहे।