पूजा ठाकुर भारतीय खेल प्राधिकरण धर्मशाला देंगी कबड्डी की कोचिंग

जहां से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनीं, अब वहीं मिला प्रशिक्षण देने का मौका
खेलपथ संवाद
धर्मशाला। वर्ष 2014 के एशियाई खेलों में कबड्डी में स्वर्ण जीतने वाली भारतीय टीम की सदस्य रहीं पूजा ठाकुर जहां से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनीं अब वहीं खिलाड़ियों को तराशेंगी। पूजा ने भारतीय खेल प्राधिकरण के धर्मशाला स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंसी में बतौर कबड्डी कोच ज्वाइन कर लिया है।
इससे पहले वह बिलासपुर में सेवाएं दे रही थीं। पूजा एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात हैं और डेपुटेशन पर खेल प्राधिकरण के धर्मशाला सेंटर में कबड़्डी कोच के तौर पर सेवाएं देते हुए खिलाड़ियों की प्रतिभा निखार रही हैं।
पूजा ने वर्ष 2004 में धर्मशाला स्थित साई हास्टल में बतौर खिलाड़ी एंट्री की थी। यहां रहकर कबड्डी की बारीकियों को सीखते हुए हिमाचल और भारत को कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक दिलाए थे। इस दौरान पूजा कई प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम की कप्तान भी रहीं।
वर्ष 2012 में पूजा को राज्य सरकार ने एक्साइज विभाग में नौकरी दी। इसके बाद पूजा ठाकुर ने वर्ष 2014 में एशियन गेम्स में भारतीय टीम को कबड्डी में स्वर्ण पदक दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई। बिलासपुर के स्योहला गांव की पूजा ठाकुर ने 14 साल की उम्र में साई हास्टल में प्रशिक्षण लेना शुरू किया था।
पूजा ने कहा कि मेरे के लिए गौरव की बात है कि जो मेरी कर्म भूमि रही है। आज वहां पर ही बतौर कोच के रूप में सेवाएं देने का मौका मिला है। हिमाचल ने भारतीय कबड़्डी टीम को कई खिलाड़ी दिए हैं। आज के समय में साई सेंटर की खिलाड़ी पुष्पा राणा, ज्योति ठाकुर, चंपा, भावना और निधि सहित कई खिलाड़ी भारतीय टीम से खेल रही हैं। कबड्डी में प्रदेश की सेकेंड लाइन की खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर आगे लाने का प्रयास है ताकि देश के ओर अधिक अच्छे खिलाड़ी मिल सकें।