राज्यों से,
राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता में चांदी सा चमका आदित्य कुमार

सैडभर के जांबाज एथलीट ने दो रजत पदक जीतकर बढ़ाया यूपी का गौरव
खेलपथ संवाद
बागपत। रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण ह्वीलचेयर पर होने के बाद भी सैडभर के दिव्यांग आदित्य कुमार ने चेन्नई के नेहरू स्टेडियम में आयोजित 23वीं राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता में अपने शानदार प्रदर्शन से दो रजत पदक जीतकर उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है।
चेन्नई के नेहरू स्टेडियम में 17 से 20 फरवरी तक आयोजित 23वीं राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता में जानदार प्रदर्शन करते हुए न केवल दो चांदी के तमगे जीते बल्कि इस बात के संकेत दिए कि यदि प्रदेश सरकार उसे सुविधाएं और आर्थिक मदद करे तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ा सकता है।
ग्राम सैडभर जिला बागपत के आदित्य कुमार पुत्र राकेश कुमार ने चेन्नई में भाला फेंक (16.10 मीटर) और गोला फेंक (6.66 मीटर) में रजत पदक जीते। आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे आदित्य कुमार के पिता राकेश कुमार एक छोटी सी फैक्टरी में मजदूर हैं। आदित्य को पिता ने बहुत मोटिवेट किया जिससे वह ह्वीलचेयर पर पिछले तीन साल से राष्ट्रीय स्तर पर पैरा खेलों में लगातार पदक जीत रहा है।
आदित्य का कहना है कि अच्छी सुविधा नहीं मिलने के कारण वह अपना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है क्योंकि जनपद और राज्य की तरफ से अभी तक उसे कोई सुविधा नहीं मिली है। आदित्य किसी एकेडमी में शामिल होने के लिए पिछले दो साल से प्रयास कर रहा है। इतना ही नहीं उसके पास अच्छे भाले तक नहीं हैं। जिससे उसे अभ्यास करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आदित्य ने बताया कि गांव से जैसे तैसे वह ट्रेन से भीड़ में सफर कर चेन्नई पहुंचा। उसका कहना है कि पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता में पदक पाना मुश्किल जरूर है मगर असम्भव कतई नहीं। गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने आदित्य कुमार का जोरदार स्वागत किया। इतना ही नहीं कोच योगेश यादव और अन्य ग्रामीणों ने जांबाज आदित्य को दो चांदी के पदक जीतने पर बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।