गौतम गंभीर नहीं वीवीएस लक्ष्मण थे कोच के रूप में पहली पसंद

चैम्पियंस ट्रॉफी तक के लिए बीसीसीआई ने दिया अल्टीमेटम
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय टीम फिलहाल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जारी है। इस सीरीज में टीम इंडिया 1-2 से पिछड़ चुकी है। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ी अपने फॉर्म से जूझते दिख रहे हैं। मुख्य कोच गौतम गंभीर भी भारतीय खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन से बिलकुल खुश नहीं हैं। मंगलवार को एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि गंभीर के पास अब चैम्पियंस ट्रॉफी तक का समय शेष है। अगर टीम की स्थिति में सुधार नहीं होता है तो उन पर कार्रवाई हो सकती है।
समाचार एजेंसी पीटीआई को बीसीसीआई के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, 'अभी एक टेस्ट मैच खेला जाना है और फिर चैंपियंस ट्रॉफी है। अगर प्रदर्शन में सुधार नहीं हुआ, तो गौतम गंभीर की स्थिति भी सुरक्षित नहीं होगी।' उल्लेखनीय है कि चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हाइब्रिड मॉडल में होगा। पाकिस्तान के अलावा इस टूर्नामेंट की मेजबानी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) करेगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने हाल ही में आगामी टूर्नामेंट का कार्यक्रम जारी कर दिया। टूर्नामेंट की शुरुआत 19 फरवरी से होगी जबकि फाइनल नौ मार्च को खेला जाएगा। आठ टीमों के इस टूर्नामेंट में 15 मैच होंगे। भारतीय टीम के सभी ग्रुप स्टेज के मुकाबले दुबई में खेले जाएंगे। वहीं, बाकी टीमों के मैच पाकिस्तान में ही खेले जाएंगे। यह टूर्नामेंट 19 दिनों तक चलेगा।
खिलाड़ियों के साथ गंभीर नहीं बना पा रहे तालमेल
जुलाई 2024 में गौतम गंभीर को भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाया गया था। इसके बाद से टीम इंडिया ने नौ टेस्ट मैच खेले, जिसमें भारत ने पांच मैच गंवाए और तीन में जीत दर्ज की। एक मुकाबला ड्रॉ रहा है। इसके अलावा श्रीलंका के खलाफ वनडे सीरीज में भी भारत को हार का सामना करना पड़ा था। इस रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि गंभीर से पहले राहुल द्रविड़ और रवि शास्त्री के कार्यकाल में खिलाड़ियों से संवाद हुआ करता था। लेकिन अब टीम के अधिकांश खिलाड़ियों के साथ गंभीर एकमत नहीं हैं। वहीं, रोहित शर्मा भी सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, भारतीय कप्तान ने चयन के मुद्दे पर बात करते हुए कहा था कि वह खिलाड़ियों से व्यक्तिगत रूप से बात करते हैं लेकिन गंभीर के कार्यभार संभालने के बाद रोहित ने कुछ ऐसे खिलाड़ियों को स्पष्ट रूप से नहीं बताया है कि उन्हें टीम से बाहर क्यों रखा जा रहा है जो जूनियर नहीं हैं।
माना जा रहा है कि अगर चैंपियंस ट्रॉफी तक भारतीय टीम के हालातों में सुधार नहीं होता है तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) गंभीर पर बड़ा फैसला ले सकता है। बीसीसीआई अधिकारी ने बताया कि गंभीर कभी भी कोच पद के लिए पहली पसंद नहीं थे, उनकी जगह वीवीएस लक्ष्मण को यह जिम्मेदारी सौंपने की चर्चाएं थीं। उन्होंने कहा- वह कभी भी बीसीसीआई की पहली पसंद नहीं थे (वीवीएस लक्ष्मण थे) और कुछ जाने-माने विदेशी नाम तीनों प्रारूप के कोच नहीं बनना चाहते थे इसलिए वह एक समझौता थे। जाहिर है कुछ अन्य मजबूरियां भी थीं।

 

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