भारतीय मुक्केबाजी संघ ने डोपिंग संदिग्धों की मांगी रिपोर्ट
प्रतियोगिता के दौरान शौचालय में मिलीं इस्तेमाल सीरिंज व खाली शीशियां
बरेली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में लिए जाएंगे सैम्पल
खेलपथ संवाद
हिसार। हमारे देश में डोपिंग का संजाल वृहद स्तर तक पहुंच चुका है। अब तो खेलों के मंदिर भी सुरक्षित नहीं रहे। बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) ने हाल ही में हिसार में आयोजित राज्य स्तरीय बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के दौरान कुछ खिलाड़ियों पर लगे संदिग्ध डोपिंग के आरोपों को गंभीरता से लिया है।
पांचवीं एलीट पुरुष हरियाणा राज्य मुक्केबाजी चैम्पियनशिप 16 से 18 दिसम्बर तक आयोजित की गई थी। प्रतियोगिता के दौरान चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) हिसार के गिरी सेंटर स्टेडियम के शौचालय में इस्तेमाल की गई सीरिंज और खाली शीशियों का ढेर पाए जाने के बाद से हर कोई हैरान है। हरियाणा मुक्केबाजी संघ (एचबीएस) द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में 22 जिलों और तीन भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) केंद्रों के लगभग 250 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। इसके बाद इवेंट में भाग लेने वाले कुछ एथलीटों पर संदिग्ध डोपिंग का मामला उजागर हुआ था। मामले की गम्भीरता को देखते हुए भारतीय मुक्केबाजी संघ ने आयोजकों से रिपोर्ट मांगी है।
सूत्रों के अनुसार फेडरेशन ने औपचारिक रूप से राज्य में मुक्केबाजी के लिए शासी निकाय, हरियाणा मुक्केबाजी संघ से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एचबीएस ने राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) को राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं के नमूने लेने के लिए लिखा है जो 6 से 13 जनवरी तक यूपी के बरेली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
एचबीएस के महासचिव रविंदर पन्नू ने बताया कि वे खेलों में डोपिंग के अवैध चलन पर अंकुश लगाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि वे राज्य भर में खेलों में डोप और स्टेरॉयड के इस्तेमाल के खतरे के खिलाफ जागरूकता अभियान शुरू करने के लिए एचबीएस के जिला निकायों को भी लिखेंगे।
‘डोपिंग में लिप्त पाए जाने वाले खिलाड़ियों को अयोग्यता का सामना करना पड़ेगा। यदि अगले आयोजनों में कोई अन्य मुक्केबाज डोपिंग में संलिप्त पाया जाता है तो कोच के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। हमने नाडा से रैंडम खिलाड़ियों के नमूने लेने का भी आग्रह किया है।’ एक कोच ने कहा कि खेलों में डोपिंग का मुद्दा कई वर्षों से चिंता का विषय रहा है और उम्मीद है कि फेडरेशन इस मामले में हरियाणा बॉक्सिंग संघ की रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई करेगा।