भारत को खेल महाशक्ति बनाने में शारीरिक शिक्षक महत्वपूर्ण कड़ी: कुनाल

चिराग चिकारा को मिला इमर्जिंग स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड
29 शारीरिक शिक्षकों, खेल प्रशिक्षकों को मिला सातवां पेफी अवॉर्ड 
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
खेल मंत्रालय के संयुक्त सचिव कुनाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों को लगातार बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसका सकारात्मक असर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतिस्पर्धा में दिख भी रहा है। भारत को खेल महाशक्ति बनाने में शारीरिक शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। खेल-खिलाड़ी के बीच शारीरिक शिक्षक एक अहम कड़ी है।
संयुक्त सचिव खेल कुनाल रविवार को फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफ़ी) के सातवें राष्ट्रीय पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि देशभर से आए शारीरिक शिक्षकों, खेल विशेषज्ञों और स्पोर्ट्स से जुड़े हुए लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फिट इंडिया खेलो इंडिया सहित कई योजनाएं आज खिलाड़ियों को राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान कर रही हैं। खेल को लेकर जनमानस में भी सकारात्मक बदलाव आया है। बड़ी संख्या में खिलाड़ी पदक प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने शारीरिक शिक्षकों को बेहतर मंच प्रदान करने के लिए फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया को बधाई भी दी।
इस अवसर पर संयुक्त सचिव कुनाल ने ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार के मनरेगा के अंतर्गत खेल मैदान के निर्माण के ऊपर किए जा रहे अभूतपूर्व कार्यक्रमों का भी अपने उद्बोधन में प्रमुखता से उल्लेख किया। कार्यक्रम में वर्ल्ड कुश्ती चैम्पियन चिराग चिकारा को इमर्जिंग स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ द ईयर का अवॉर्ड दिया गया। कार्यक्रम में शारीरिक शिक्षकों, खेल प्रशिक्षकों को उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया। 
फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के सचिव डॉ. पीयूष जैन ने बताया कि  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना है कि भारत दुनिया में अगला खेल महाशक्ति बने और जिस तरह से हर गुजरते दिन के साथ खेल इकोसिस्‍टम विकसित हो रहा है, वह इस बदलाव का एक प्रमाण है। उन्होंने शारीरिक शिक्षकों की बेहतरी पर बल देते हुए कहा कि शारीरिक शिक्षक राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं और पेफ़ी ऐसे शारीरिक शिक्षा और खेलों से जुड़े लोगों को सम्मानित करके खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है।इस दौरान पेफी  द्वारा स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर सफदरजंग अस्पताल और एमवे इंडिया के साथ मिलकर स्पोर्ट्स इंजरी कॉन्क्लेव का आयोजन किया।
किसको मिला कौन सा अवॉर्ड
इमर्जिंग स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ द ईयर का अवार्ड चिराग चिकारा को दिया गया। वहीं डॉ. जी. पी. गौतम लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिल्ली इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ फिजिकल एजुकेशन के पूर्व प्रोफ़ेसर डॉ. धनंजय शॉ और सर्वश्रेष्ठ शारीरिक शिक्षा शिक्षक पुरस्कार मध्य भारत से आशुतोष शर्मा, लेफ्टिनेंट डॉ. बृजकिशोर प्रसाद (मध्य प्रदेश), उत्तर भारत से आशा दलाल, सुनीता रानी, रोहित कुमार प्रवीण कुमार (दिल्ली), दक्षिण भारत लेफ्टिनेंट अनु डी. अलप्पट (केरल) एवं डॉ. श्रीनिवासा जी. एम. (कर्नाटक), पश्चिम भारत से डॉ. राजेंद्र कुमार सुखदेव देवकाते (महाराष्ट्र), पूर्व भारत से साहिनूर खान (पश्चिम बंगाल), अमलेंदु बाग (पश्चिम बंगाल) को दिया गया।
वही सर्वश्रेष्ठ योग शिक्षक पुरस्कार, अल्का रहोरा (मध्य प्रदेश), डॉ. शुभांगी भीवाजी डामले (महाराष्ट्र), ग्रामीण क्षेत्रों में शारीरिक शिक्षा, फिटनेस और खेल के प्रचार हेतु डॉ. जयश्री आचार्य पुरस्कार डॉ. केशब चंद्र गोपे (पश्चिम बंगाल), डॉ. एम. रॉबसन युवा शोधकर्ता पुरस्कार पोली बोरा (असम), दिलप्रीत कौर (महाराष्ट्र), संजय कुमार एस. (तमिलनाडु), डॉ. अजमेर सिंह सर्वश्रेष्ठ कोच पुरस्कार (केवल ओलंपिक खेलों के लिए) डॉ. नीतू दत्ता (पश्चिम बंगाल), अशोक कुमार (उत्तर प्रदेश) ईश्वर भाटी (दिल्ली) और कुलदीप सिंह (हरियाणा), सर्वश्रेष्ठ अधिकारी/जज/रेफरी/अंपायर पुरस्कार (केवल ओलंपिक खेलों के लिए) रोहित कुमार (दिल्ली) इंद्रनील घोष (उत्तर प्रदेश) को दिया गया। 
शारीरिक शिक्षा और खेलों में नेतृत्व व उत्कृष्टता के लिए कोमल और वी. के. पाहुजा पुरस्कार डॉ. अनिदेव सिंह (दिल्ली) और थॉमस एम. ए. (तेलंगाना), विशेष छात्रों को कोचिंग के लिए डॉ. राकेश गुप्ता सर्वश्रेष्ठ कोच पुरस्कार पराग अग्रवाल (उत्तर प्रदेश) डॉ. पी. एम. जोसेफ पुरस्कार: शारीरिक शिक्षा और खेल को बढ़ावा देने वाले सर्वश्रेष्ठ संस्थान धर्म समाज सीनियर सेकेंडरी स्कूल (उत्तर प्रदेश) और अजम्प्शन कॉलेज ऑटोनोमस (केरल) को मिला।

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