भाजपा टिकट से चुनाव लड़ रही आरती के नाम कई रिकॉर्ड

पिता इंद्रजीत सिंह ने थमाई बंदूक, बेटी ने बनाई अलग पहचान 
एशियन शूटिग प्रतियोगिता व राष्ट्रमंडल खेलों में मिली कामयाबी
राव इंद्रजीत भी कामनवेल्थ खेलों में हासिल कर चुके हैं ब्रांज मेडल
खेलपथ संवाद
चंडीगढ़।
अटेली विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं आरती राव को कभी गोली चलने की आवाज डराती थी लेकिन बाद में पिता से मिली बंदूक की सौगात ही उनकी पहचान बन गई। शूटिग में आरती राव की न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान रही है। आरती राव अब विधान सभा चुनाव लड़ रही हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर शूटिग में रिकॉर्ड बनाने वाली आरती राव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दर्जनों प्रतियोगिताओं में अपने अचूक निशाने की छाप छोड़ चुकी हैं। पिता ने बेटी का डर निकालने के लिए उन्हें बंदूक थमाई थी और बेटी ने ऐसा निशाना लगाया कि खुद की अलग पहचान कायम करके दिखाई। लक्ष्य को साधकर आगे बढ़ना और खुद का मुकाम हासिल करना ही आज आरती राव के जीवन का मूलमंत्र है। 
शूटिग चैम्पियन आरती राव कोरोना संक्रमण के दौर में भी अपने आवास पर ही शूटिग की प्रैक्टिस में जुटी रहीं। आरती का मानना है कि खेलों से हमें यही सीखने को मिलता है कि जीवन रुकने का नहीं बल्कि निरंतर आगे बढ़ने का नाम है। आरती का कहना है कि ओलम्पिक डे हमें यही याद दिलाने आता है कि हम खिलाड़ी हैं तथा खेलना ही हमारा धर्म है। आरती के नाम 15 बार राष्ट्रीय जीत का रिकॉर्ड है। आरती राव केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी जरूर हैं लेकिन उन्होंने अपनी पहचान खुद की काबिलियत के आधार पर ही बनाई है।
राव इंद्रजीत सिंह खुद स्कीट प्रतियोगिता के अच्छे निशानेबाज रहे हैं तथा कामनवेल्थ खेलों में ब्रांज मेडल जीत चुके हैं। राव इंद्रजीत वर्ष 1990 से 2003 तक इंडियन शूटिग टीम के सदस्य रहे हैं। इस दौरान उन्होंने तीन बार नेशनल चैम्पियन का खिताब भी अपने नाम किया। पिता की तरह आरती भी शूटिग में बड़ा मुकाम हासिल कर चुकी हैं। वर्ष 2005 में आरती ने एशियन शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था, जबकि वर्ष 2010 में आरती ने कामनवेल्थ खेलों में रजत पदक हासिल किया। आईएएसएफ की कई अहम प्रतियोगिताओं में आरती जलवा दिख चुकी हैं। आरती को वर्ष 2003-04 में दिल्ली सरकार की तरफ से राजीव गांधी राज्य खेल पुरस्कार देकर भी सम्मानित किया जा चुका है। स्कीट प्रतियोगिता में 15 बार राष्ट्रीय खिताब जीतने का रिकॉर्ड भी आरती राव के ही नाम पर है।

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