महिला प्रशिक्षक को गोपनीय रिपोर्ट भेजने का संदीप ने किया गुनाह

13 मई को खेल विभाग ने भेजा नाम
इसी दिन मंत्री ने महिला कोच को भेजी गोपनीय रिपोर्ट
खेलपथ संवाद
चण्डीगढ़।
हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ छेड़खानी की शिकायत देने वाली महिला कोच को खेल विभाग में जूनियर कोच की नौकरी आवेदन करने के नौ महीने बाद मिली है। चयन प्रक्रिया की पड़ताल में सामने आया कि 13 मई, 2022 को खेल विभाग ने महिला कोच समेत चार खिलाड़ियों को जूनियर कोच बनाने पर मुहर लगाई थी। उल्लेखनीय है कि महिला कोच ने दो दिन पहले आरोप लगाया था कि मंत्री ने 13 मई को विभाग की गोपनीय रिपोर्ट चैट के माध्यम से भेजकर उसका चयन होने की जानकारी दी थी।
महिला कोच ने राष्ट्रीय खेलों में दौड़ में कांस्य पदक जीता था। सरकार की ओएसपी नीति के तहत उसने खेल विभाग में 20 दिसम्बर 2021 को जूनियर कोच पद के लिए आवेदन किया। 23 दिसम्बर को एथलेटिक्स फेडरेशन ने महिला खिलाड़ी के बारे में वेरिफिकेशन की। इसके बाद खेल विभाग ने चार जनवरी 2022 को एक कमेटी का गठन किया। 
कमेटी के मांगने पर महिला ने 25 जनवरी को फेडरेशन का सर्टिफिकेट जमा कराया। 13 मई को खेल विभाग ने महिला कोच के साथ तीन अन्य खिलाड़ियों को जूनियर कोच बनाने का प्रस्ताव बनाकर विभाग की प्रशासनिक शाखा को भेजा। यहां से फाइल मुख्य सचिव के पास भेजी गई। मुख्य सचिव कार्यालय ने 28 अगस्त को आठ जूनियर कोच के चयन पर मुहर लगा दी। इनमें महिला कोच समेत चार नए और पहले से लम्बित नाम शामिल थे। दो सितम्बर को महिला को नियुक्ति पत्र भेजा गया और 29 सितम्बर 2022 को उसने विभाग में ज्वाइन कर लिया।
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सामने नहीं आई महिला कोच
महिला कोच को हरियाणा सरकार की ओर से गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पर भरोसा नहीं है। मंत्री की शिकायत के बाद डीजीपी ने एडीजीपी ममता सिंह के नेतृत्व में डीसीपी पंचकूला सुमेर प्रताप सिंह और एसीपी राजकुमार कौशिक की कमेटी बनाई है। बताया जाता है कि एडीजीपी ममता सिंह सोमवार को पंचकूला पहुंची थीं। कमेटी की ओर से महिला कोच को संदेश भेजा गया था कि वह कमेटी के सामने आकर अपनी बात रख सकती हैं, लेकिन वह कमेटी के पास नहीं गईं। महिला कोच का कहना है कि फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के पास जाने का सवाल नहीं है, यह मामला चंडीगढ़ पुलिस का है और एसआईटी मामले की जांच कर रही है।

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