बच्चों के करिश्माई प्रदर्शन से नरेंद्र ऑडिटोरियम में तालियों की गूंज

हावरंग अकादमी के प्रयासों से मिल रहा नारी सशक्तीकरण को बढ़ावा

खेलपथ संवाद

नई दिल्ली। नरेंद्र ऑडिटोरियम, एयरफोर्स स्टेशन अवाडी में दो नवम्बर को हावरंग अकादमी के 46 नन्हें-मुन्ने बच्चों के करिश्माई प्रदर्शन को जिसने भी देखा वह मंत्रमुग्ध हो देखता ही रह गया। नारी सशक्तीकरण व बच्चों में खेलों के प्रति जुनून पैदा करने की खातिर ही खेलों को पूरी तरह समर्पित डॉ. अशोक कुमार लेंका ने हावरंग अकादमी की स्थापना का पुनीत कार्य किया है। इस डेमो कार्यक्रम में वायु सेना पत्नी कल्याण संघ की अध्यक्ष रुचिका पाण्डेय मुख्य अतिथि तथा शिवा अध्यक्ष वायु सेना पत्नी कल्याण संघ स्थानीय एयरफोर्स स्टेशन अवाडी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। इन दोनों अतिथियों ने बच्चों के हैरतअंगेज प्रदर्शन की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। 

किसी भी संस्था या संगठन के लिए टीम प्रयासों का बहुत महत्व है। यही वजह है कि डॉ. अशोक कुमार लेंका ने हावरंग अकादमी से खेलों के लिए पूरी तरह समर्पित लोगों को ही जोड़ा है। बुधवार दो नवम्बर को नरेंद्र ऑडिटोरियम में हावरंग अकादमी के बच्चों ने अपनी क्षमता का जिस तरह शानदार आगाज किया वह काबिलेतारीफ है। बच्चों के इस करिश्माई प्रदर्शन का सारा श्रेय रुचिका पांडेय, शिवा और दो काबिल प्रशिक्षकों को देना चाहिए क्योंकि इन्हीं के मार्गदर्शन में बच्चों ने हैरतअंगेज डेमो प्रस्तुत किया।

यह डेमो कोच मास्टर कलिंगा और आर्यन के. लेंका द्वारा निर्देशित किया गया था। डेमो की शुरुआत एक श्लोक के साथ बोधिधाम की प्रार्थना के साथ हुई। इस अवसर पर जुम्बा एरोबिक्स वार्मअप देखते ही बना। जुम्बा एरोबिक्स में ताइक्वांडो बेसिक मूव्स, एडवांस ताइक्वांडो पूमसे (पैटर्न) संगीत के साथ चलती है। इस साहसिक प्रदर्शन में बेटियों द्वारा महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने की खातिर आत्मरक्षा तकनीक के साथ माथे पर टाइल्स तोड़ते देखना अपने आपमें अजूबा सा लगा। सच कहें तो इस कार्यक्रम में छोटे-छोटे बालक-बालिकाओं ने अपने करिश्माई प्रदर्शन से ताइक्वांडो की महत्ता प्रतिपादित की। इसके बाद सीनियर ब्लैक बेल्ट छात्रों ने अपने कौशल का नायाब प्रदर्शन किया। इस अवसर पर दो छात्रों ने स्टील प्लेट और लकड़ी के बोर्ड तोड़ने का कारनामा किया गया। कार्यक्रम में 6 फीट की कैंची से 3 हावरंगों द्वारा तिरंगे रंग की प्लेटों को फहराना शानदार रहा।  

इस अवसर पर चार छात्रों ने फ्लाइंग साइड किक से टाइल्स तोड़ने का कौशल दिखाया। बच्चों के हैरतअंगेज कारनामों से जहां नरेंद्र ऑडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा वहीं हर किसी ने इस डेमो की सराहना की। अंत में रुचिका पांडेय ने मास्टर अभिषेक को गोल्ड मेडल, मास्टर लोकप्रदीप को सिल्वर मेडल तथा मास्टर आकाश को ब्रांज मेडल से सम्मानित किया। इस अवसर पर नन्हें-मुन्ने बच्चों को चॉकलेट बांटी गईं। इस डेमो की सफलता में कोच कलिंगा और आर्यन के साथ ही  विद्याचरण, आकाश, साई, देवड़ा, अभिषेक, लोकप्रदीप आदि का सराहनीय योगदान रहा। अंत में हावरंग अकादमी के प्रबंधक किरुबाकरण, संस्थापक डॉ. अशोक कुमार लेंका तथा संजीवनी सुधा लेंका ने सभी का आभार माना।

रिलेटेड पोस्ट्स