राष्ट्रीय खेलों में वाराणसी के खिलाड़ियों ने दिखाया दम

तीन गोल्‍ड, दो सिल्वर और एक ब्रांज जीता
वाराणसी।
गुजरात में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में वाराणसी के खिलाड़ियों ने अपना दम दिखाया। व्यक्तिगत स्पर्धा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए यहां के खिलाड़ियों ने तीन गोल्ड मेडल, दो सिल्वर व एक ब्रांज मेडल जीता। हॉकी टीम ने 37 साल बाद सिल्वर मेडल अपने नाम किया। टीम के कप्तान ललित उपाध्याय सहित छह खिलाड़ी वाराणसी के थे।
उत्तर प्रदेश की कुश्ती टीम में 74 किलो भार वर्ग फ्री स्टाइल में तेजवीर सिंह यादव, 125 किलो फ्री स्टाइल में किशन यादव व 60 किलो ग्रीको रोमन अजीत कुमार को चुना गया था। अजीत कुमार ने ब्रांज मेडल अपने नाम किया। इसके साथ ही आठ कोच में से तीन अशोक कुमार यादव, सुभाष चंद्र भारद्वाज, रामसजन यादव वाराणसी के थे। उत्तर प्रदेश की वेटलिफ्टिंग टीम में उत्तर प्रदेश की टीम में कुल आठ खिलाड़ी थे।
इनमें दो पुरुष और छह महिला खिलाड़ी थीं। टीम के कोच अरविंद कुशवाहा थे। इस टीम में वाराणसी की तीन महिला खिलाड़ी थीं। 55 किलोग्राम भार वर्ग में गौरी पांडेय 76 किलो में पूनम यादव, प्लस 87 किलो में पूर्णिमा पांडेय का चयन हुआ था। पूनम व पूर्णिमा अंतरराष्ट्रीय मेडल विजेता हैं और इन्होंने गुजरात में भी पदक जीते हैं। वेटलिफ्टर पूर्णिमा पांडेय ने स्वर्ण तो पूनम यादव ने रजत पदक जीता। आशा के अनुरूप पूर्णिमा ने राष्ट्रीय खेलों में भी शानदार प्रदर्शन किया। अपने भार वर्ग में सभी को पीछे छोड़ते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी इन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता था। कामनवेल्थ में पदक से चूक गई थीं।
राष्ट्रीय खेलों में भाग ले रही हॉकी टीम के कप्तान वाराणसी के ललित उपाध्याय रहे। इनके साथ ही यहां के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी चंदन सिंह, सुमित कुमार, प्रशांत चौहान, विशाल सिंह, अतुल को भी टीम में जगह मिली है। देश को ओलम्पिक व कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल दिलाने वाले ललित के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की टीम ने राष्ट्रीय खेलों में भी शानदार प्रदर्शन किया। 37 साल बाद सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया।

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