खेलों के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण पर ध्यान देंगे नवनीत सहगल

के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम और चौक स्टेडियम बनेंगे स्मार्ट

खेलपथ संवाद

लखनऊ हर सरकार में ऊंचे ओहदे पर बिराजमान रहे तथा खेलों से बेशुमार मोहब्बत रखने वाले प्रशासनिक अधिकारी नवनीत सहगल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने सेवानिवृत्ति से पहले अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) खेल विभाग सौंपकर उनकी काबिलियत की एक तरह से अग्नि-परीक्षा ली है। इस परीक्षा में श्री सहगल कितना खरे उतरते हैं यह तो समय बताएगा फिलवक्त खेल निदेशालय उत्तर प्रदेश कई मामलों को लेकर समूचे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है।

सोमवार को खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव और अन्य अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में नवनीत सहगल ने के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम और चौक स्टेडियम को स्मार्ट सिटी योजना के तहत एक बड़ा रूप देने का मंतव्य जताया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस), खेल, नवनीत सहगल ने कहा कि दो दिनों के भीतर, वह के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम के खेल बुनियादी ढांचे के अनुमान को अंतिम रूप देंगे।

श्री सहगल ने कहा कि मैं कई सालों से स्टेडियम आ रहा हूं और यहां क्रिकेट खेल चुका हूं लिहाजा योजनाओं पर चर्चा करने के लिए मैं संभागीय आयुक्त के साथ फिर से स्टेडियम का दौरा करूंगा। सहगल, जिन्होंने हाल ही में एसीएस खेल के रूप में पदभार संभाला है, ने खेल निदेशक आर.पी. सिंह से आवश्यक सुविधाओं के बारे में भी पूछताछ की और कहा कि वह स्टेडियम को भव्य रूप देना चाहते हैं।

श्री सहगल ने बैडमिंटन, भारोत्तोलन और मुक्केबाजी खिलाड़ियों को दी जाने वाली सुविधाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पुरानी इमारत एक खेल विरासत थी और इसे खेल संग्रहालय और पुस्तकालय में परिवर्तित किया जाना चाहिए, जबकि बास्केटबॉल कोर्ट और क्रिकेट मैदान के पास हाई-टेक सुविधाओं के साथ एक नया बहुमंजिला खेल निदेशालय भवन बनाने की इच्छा जाहिर की। इतना ही नहीं बॉक्सिंग रिंग को आरामदायक तथा कुर्सियों के साथ पूरी तरह से आधुनिक बनाया जाएगा। बैडमिंटन हॉल के तीनों कोर्टों में रोशनी की अच्छी व्यवस्था करने के साथ सिंथेटिक कोर्ट बनाया जाएगा। स्टेडियम के मुख्य मैदान पर सिंथेटिक ट्रैक विकसित किया जाएगा और भारोत्तोलन हॉल को भी वातानुकूलित किया जाएगा।

श्री सहगल ने कहा कि क्रिकेट अभ्यास मैदान के नीचे एक भूमिगत पार्किंग स्थल विकसित किया जाएगा तथा हर खेल मैदान में टीनशेड, कुर्सियां, वॉशरूम और वाटर प्यूरीफायर उपलब्ध कराए जाएंगे। पूरी तरह से वातानुकूलित खेल सभागार का भी निर्माण किया जाएगा तथा खेल छात्रावास भी वातानुकूलित होगा। सहगल ने कहा कि खिलाड़ियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए मैं खेलों के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण पर ध्यान दूंगा ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

रिलेटेड पोस्ट्स