यूपी के हर मंडल में बनेगा स्पोर्ट्स कॉलेज या खेल एकेडमी

योगी सरकार बनाने जा रही अलग खेल नीति
खेलपथ संवाद
लखनऊ।
केंद्र सरकार के 'खेलो इंडिया' अभियान की तरह बेशक यूपी में कोई अभियान शुरू न किया गया हो, लेकिन अब इस दिशा में योगी सरकार कुछ ठोस कदम उठाने को प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तय किया है कि उत्तर प्रदेश के हर मंडल में खेल महाविद्यालय (स्पोर्ट्स कॉलेज) या खेल अकादमी की स्थापना पीपीपी मॉडल पर की जाए। सरकार प्रदेश के लिए अलग से खेल नीति भी बनाने जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने 20 अप्रैल को शिक्षा क्षेत्र की जो कार्ययोजना प्रस्तुत की गई, उसमें खेल, युवा कल्याण और युवाओं के कौशल विकास का भी खाका अगले पांच वर्ष के लिए खींचा गया। पिछले साल टोक्यो ओलम्पिक में पदक जीतने वाले देशभर के खिलाड़ियों को पुरस्कृत-सम्मानित कर चुकी योगी सरकार ने खेलों को बढ़ावा देना अपनी प्राथमिकता में रखा है। इसी के मद्देनजर सीएम योगी ने मेरठ में निर्माणाधीन मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का निर्माण तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि खेल विश्वविद्यालय का कुलपति खेल जगत का ही कोई प्रतिष्ठित व्यक्ति बनाया जाना चाहिए। इस दिशा में बड़ा निर्णय लिया गया है कि प्रदेश के हर मंडल में खेल महाविद्यालय या खेल अकादमी की स्थापना की जाएगी। इसके लिए पीपीपी मॉडल अपनाने पर विचार किया जाएगा। यह संस्थान खेल की किसी एक-एक विधा के लिए होंगे।
खेल संबंधी अवस्थापना सुविधाओं के लगातार विकास का दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन प्रयासों को और नियोजित स्वरूप देते हुए जल्द ही मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन की शुरुआत की जाए। मुख्यमंत्री ने यथाशीघ्र प्रदेश की नई खेल नीति तैयार करने का भी निर्देश दिया है, जिसमें खेल जगत के प्रोफेशनल लोगों की मदद ली जाएगी। इसी से जुड़े मंगल दलों को भी प्रोत्साहन देने की तैयारी है। सीएम योगी ने कहा कि मंगल दल खेलकूद के साथ युवाओं को सामाजिक सरोकारों से जोड़ने का शानदार मंच बनकर उभरे हैं। 

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