मथुरा के गणेशरा खेल परिसर की बदहाली देख खेल निदेशक आगबबूला

12 मई से जिला क्रीड़ा अधिकारी का भी अता-पता नहीं 
खेलपथ संवाद
मथुरा।
उत्तर प्रदेश में प्रशिक्षकों के अभाव में खिलाड़ी तो परेशान हैं ही क्रीड़ांगन भी बदहाल हैं इस बात को स्वयं खेल निदेशक डॉ. राम प्रकाश सिंह को सोमवार को मथुरा के गणेशरा स्थित मोहन पहलवान स्पोर्ट्स स्टेडियम के औचक निरीक्षण में पता चली। खेल निदेशक ने गणेशरा स्थित मोहन पहलवान स्पोर्ट्स स्टेडियम का औचक निरीक्षण किया। उन्हें स्टेडियम बेहद खराब हाल में मिला।तरणताल बंद था, टेनिस कोर्ट में दरारें थीं। आधुनिक जिम की मशीनों पर पॉलीथिन चढ़ी मिली। हर तरफ गंदगी का अम्बार था। जिला क्रीड़ा अधिकारी भी गैरहाजिर मिले। स्टेडियम में सिर्फ गार्ड और स्वीपर ही थे। खेल निदेशक ने स्टेडियम की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी कराई। बता दें कि पिछले सप्ताह विधायक श्रीकांत शर्मा ने खेल उपकरणों का उद्घाटन करते हुए स्टेडियम की खूबसूरती को लेकर तमाम दावे किए थे।

निरीक्षण में खेल निदेशक डॉ. राम प्रकाश सिंह के साथ क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी सुनील कुमार जोशी, जिला क्रीड़ा अधिकारी आगरा अरविंद यादव, कोच राममिलन भी थे। दरअसल, खेल निदेशक ने गणेशरा स्थित मोहन पहलवान स्पोर्ट्स स्टेडियम का सुबह करीब 10:30 बजे निरीक्षण किया। स्टेडियम में उन्हें कोई नहीं मिला। कुछ खिलाड़ी अभ्यास करते मिले। बाकी एक स्वीपर और गार्ड की मौजूदगी मिली। फोन कर लिपिक कमल किशोर को बुलाया गया। 
12 मई से गैरहाजिर हैं क्रीड़ा अधिकारी 
निरीक्षण के दौरान क्रीड़ा अधिकारी एसपी बामनियां भी मौजूद नहीं थे। उपस्थिति रजिस्टर देखने पर 12 मई से उसमें हस्ताक्षर नहीं थे। लिपिक से कैश रजिस्टर मांगा गया तो उसमें 31 मार्च के बाद कोई एंट्री नहीं मिली। सात कर्मचारियों में से सिर्फ दो मौके पर मिले। निरीक्षण की जानकारी मिलते ही लेखाधिकारी अमित कुमार भी मौके पर पहुंच गए। उनसे सवाल जवाब किए और कड़ी नाराजगी जताई।
खिलाड़ियों की बेहतरी के काम कर रही योगी सरकारः खेल निदेशक
खेल निदेशक आरपी सिंह ने सोमवार को पत्नी के साथ फूल बंगले में विराजमान ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन कर पूजन किया। इसके बाद पत्रकारों को बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार खेल और खिलाड़ियों की बेहतरी के लिए अच्छा काम कर रही है। तीन दिन पहले ही नौ विभागों में राजपत्रित पदों पर विश्व स्तर पर, ओलम्पिक में व कॉमनवेल्थ गेम में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधे नियुक्ति देने की बात कही है। यह प्रदेश में पहली बार हुआ है।
उन्होंने बताया कि हॉकी में उत्तर प्रदेश जूनियर स्तर पर नेशनल चैम्पियन बना है। प्रदेश से छह खिलाड़ी हॉकी इंडिया टीम में खेल रहे हैं। हॉकी टीम ने भी 41 साल बाद ओलम्पिक में पदक जीता। नगर निगम के पार्षद वैभव अग्रवाल ने ज्ञापन सौंपकर खेल निदेशक से मांग की कि वृंदावन में दस वर्ष से उपेक्षा का शिकार एकमात्र स्टेडियम को संवारने का काम किया जा रहा है। इस स्टेडियम में खेल विभाग से किसी अधिकारी, कोच, कर्मचारी की नियुक्ति की जाए।

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