मुजफ्फरनगर को हरा वाराणसी की बेटियां बनीं कबड्डी चैम्पियन

45वीं राज्यस्तरीय सीनियर महिला कबड्डी चैम्पियनशिप का समापन

खेलपथ संवाद

मथुरा। वाराणसी की बेटियों ने अपने जांबाज प्रदर्शन से रोमांचक फाइनल मुकाबले में मुजफ्फरनगर को 30-26 अंकों से पराजित कर 45वीं राज्यस्तरीय सीनियर महिला कबड्डी चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम किया। वाराणसी की टीम ने सेमीफाइनल में मेरठ को 32-18 अंकों से पराजित कर खिताबी दौर में जगह बनाई थी। प्रतियोगिता का समापन और पारितोषिक वितरण कार्ष्णि गोविंदा नंद महाराज, कार्ष्णि हरदेवा नंद महाराज व गोकुल नगर पंचायत अध्यक्ष संजय दीक्षित के करकमलों से किया गया।

मथुरा के श्री गुरु कार्ष्णि इंटर कॉलेज महावन में तीन दिवसीय 45वीं राज्यस्तरीय सीनियर महिला कबड्डी चैम्पियनशिप में प्रदेश भर की 32 टीमों की खिलाड़ी बेटियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से खेलप्रेमियों को ताली पीटने को विवश कर दिया। इस प्रतियोगिता में वाराणसी, मुजफ्फरनगर, मेरठ तथा बागपत की टीमों ने अपने बेहतरीन कौशल से सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। सेमीफाइनल मुकाबलों में मुजफ्फरनगर टीम ने जहां बागपत की उम्मीदों पर पानी फेरा वहीं वाराणसी ने मेरठ को सहजता से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया।

रविवार रात खेले गए फाइनल मुकाबले में वाराणसी और मुजफ्फरनगर की टीमों के बीच एक-एक अंक के लिए जोरदार मशक्कत देखी गई। वाराणसी टीम को पहले से ही प्रतियोगिता की मजबूत टीम माना जा रहा था। लेकिन इस प्रतियोगिता में कई अन्य टीमों ने भी अपने शानदार खेल से खेलप्रेमियों को अपने उज्ज्वल भविष्य के संकेत जरूर दिए। सेमीफाइनल में प्रवेश करने के बाद वाराणसी की बेटियों ने खेलपथ से बातचीत में कहा था कि वे यहां घूमने या मौज-मस्ती करने नहीं बल्कि खिताब जीतने आई हैं। मेरठ हो या कोई और टीम हम खिताब जीतकर ही मथुरा से जाएंगे। आखिरकार वाराणसी की बेटियों ने जो कहा उसे कर दिखाया। इस प्रतियोगिता में मेजबान मथुरा टीम को पहले ही मुकाबले में शर्मनाक पराजय का स्वाद चखना पड़ा। मथुरा जिला कबड्डी संघ ने यद्यपि एक मजबूत टीम का चयन किया था लेकिन मुकाबले में जो टीम खेली उसे देखकर कबड्डी प्रेमियों का साफ लगा कि यह जुगाड़ से बनी टीम है।

जो भी हो मथुरा जिला कबड्डी संघ के सचिव सुनील श्रीवास्तव के प्रयासों और रमणरेती क्लब के सहयोग से मथुरावासियों को एक शानदार राज्यस्तरीय सीनियर महिला कबड्डी चैम्पियनशिप देखने का अवसर जरूर मिला। यदि जिला प्रशासन और यहां के उद्योगपतियों ने रुचि ली होती तो यह प्रतियोगिता और बेहतर तरीके से कराई जा सकती थी। प्रतियोगिता की मैदानी व्यवस्था के सुचारु संचालन में उत्तर प्रदेश कबड्डी एसोसिएशन के सचिव राजेश कुमार सिंह और उनकी टीम की भी प्रशंसा करनी होगी।

इस प्रतियोगिता की सबसे अच्छी बात किसी तरह के विवाद की स्थिति नहीं बनना कहा जा सकता है। मथुरा के रामेश्वर सिंह और उनकी टीम के सहयोग की भी हर किसी ने तारीफ की। खिताब विजेता वाराणसी टीम के प्रशिक्षक रामप्रसाद पाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश कबड्डी एसोसिएशन में जब से अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी राकेश कुमार सिंह आए हैं तभी से उत्तर प्रदेश कबड्डी टीमों (महिला-पुरुष) का राष्ट्रीय स्तर पर रुतबा बढ़ा है। वाराणसी टीम की सफलता में सचिव राकेश कुमार सिंह का बहुत बड़ा योगदान है। प्रतियोगिता के दौरान श्री सिंह की कबड्डी के प्रति जो दिलचस्पी देखने को मिली वह अपने आपमें नजीर है।

प्रतियोगिता के समापन और पारितोषिक वितरण समारोह में अतिथियों के साथ ही योगेश आभा, पंकज शर्मा, सुनील श्रीवास्तव, आशीष माहेश्वरी, नरेन्द्र गोला, कुबेर शर्मा, ओमप्रकाश शुक्ला, रामेश्वर सिंह, अनूप, सुनील चौधरी, शिवा राजपूत, सीमा शर्मा, रामकुमार तिवारी, वर्षा गौतम, नेहा, पंकज चौधरी आदि के साथ ही विजेता और उप-विजेता टीमों की खिलाड़ी, उनके प्रशिक्षक और आफीशियल्स उपस्थित रहे।

         

 

  

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