टोक्यो के ‘दंगल’ में मंगल करने हरियाणा की बेटियों ने भरी उड़ान

महिला कुश्ती पहलवानों को देश के लिए मेडल लाने की उम्मीद
सोनीपत।
टोक्यो के ‘दंगल’ में उतरने को हरियाणा की बेटियों ने उड़ान भर दी है। सोमवार को सोनीपत से महिला पहलवानों का दल रवाना हो गया। भारतीय रेसलिंग टीम में हरियाणा की चार महिला पहलवान हैं। सोनीपत के डीसी ललित सिवाच और साई केंद्र की निदेशक ललिता शर्मा व अन्य पदाधिकारियों ने शुभकामनाओं के साथ दल को रवाना किया। 
साई केंद्र के उप निदेशक प्रवीण कक्कड़ ने बताया कि इन महिला पहलवानों में सीमा बिसला (50 किलोग्राम भारवर्ग), अंशु मलिक (57 किलोग्राम) और सोनम मलिक (62 किलोग्राम) शामिल हैं। इनके साथ प्रशिक्षक कुलदीप सिंह मलिक और राजीव तोमर को भी टोक्यो के लिए रवाना किया गया। जबकि हंगरी में अभ्यास के लिए गई भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट (53 किलोग्राम) सीधे वहीं से टोक्यो पहुंचकर दल में शामिल होंगी। 
साई की निदेशक ललिता शर्मा ने बताया कि तीन महिला पहलवान 15 जुलाई से साई के उत्तर क्षेत्रीय केंद्र, बहालगढ़, सोनीपत में अभ्यासरत थीं। रवाना होने से पहले टीम के मुख्य कोच कुलदीप मलिक ने बताया कि तीनों महिला पहलवानों का अभ्यास कैंप शानदार रहा है और हम मेडल की उम्मीद लेकर टोक्यो जा रहे हैं।
हरियाणा के बलाली से ताल्लुक रखने वाली विनेश फोगाट की निगाहें अब सबसे बड़े मंच ओलम्पिक में गोल्ड जीतने पर लगी हैं। वो 26 साल की उम्र में दूसरा ओलम्पिक खेलेंगी। साल 2020 में विनेश ने टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया और वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय पहलवान बनीं। क्वालीफायर में वर्ल्ड नंबर-1 सारा एन हिल्डेब्रांट को 8-2 से हराया था। 
इसी साल 11 जून को विनेश फोगट ने पोलैंड ओपन में 53 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। भारतीय महिला पहलवान को इस जीत से काफी आत्मविश्वास मिला क्योंकि कोरोना वायरस के कारण बहुत से टूर्नामेंट स्थगित किए गए थे। उन्होंने फाइनल में यूक्रेन की एकातेरिना पोलेशचुक को 8-0 से हराकर पोलैंड ओपन का खिताब जीता।
सीमा बिसला रोहतक जिले के छोटे से गांव गुढान की रहने वाली हैं। सीमा के पिता आजाद बिसला खेती करते हैं। पांच भाई-बहनों में सीमा सबसे छोटी है। सीमा ने नेशनल व इंटरनेशनल पदक लाने के बाद रेलवे में नौकरी की। सीमा फिलहाल हरियाणा के खेल विभाग में कुश्ती कोच हैं। इन दिनों उनकी तैनाती पानीपत में है।
पहलवान सोनम मलिक अभी 18 साल की हैं और भारतीय महिला कुश्ती टीम में उभरती हुई खिलाड़ी हैं। इसी साल अप्रैल में कजाकिस्तान में सोनम ने एशियन ओलम्पिक क्वालीफायर्स में 62 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया था। सोनम का जन्म हरियाणा के सोनीपत में हुआ। कुश्ती उन्हें विरासत में मिली है।
टोक्यो ओलम्पिक 2021 में देश को हरियाणा के जींद जिले की पहलवान अंशु मलिक से काफी उम्मीदें हैं। जींद जिले के छोटे से गांव निडानी से दंगल की शुरुआत करने वाली अंशु मलिक अब टोक्यो ओलम्पिक का टिकट लेकर पोलैंड में अभ्यास किया। दो साल पहले जूनियर वर्ग में होते हुए भी अंशु ने सीनियर नेशनल खेला और गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 57 किलो भार वर्ग में देश के नंबर वन पहलवान भी बन चुकी हैं।
कब-कब होंगे मैच 
तीन अगस्त सुबह आठ बजेः महिला फ्रीस्टाइल 62 किलोग्राम राउंड ऑफ 16 और क्वार्टर फाइनल (सोनम मलिक), चार अगस्त सुबह आठ बजे– महिला फ्रीस्टाइल 57 किलोग्राम – राउंड ऑफ 16 और क्वार्टर फाइनल (अंशु मलिक)।

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