एश्ले बार्टी ने टेनिस में रचा इतिहास

41 साल बाद यह कमाल करने वाली पहली ऑस्ट्रेलियन
बार्टी और प्लिसकोवा के बीच होगी खिताबी भिड़ंत
विम्बलडन।
दुनिया की नम्बर एक खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी गुरुवार को पहली बार विम्बलडन के फाइनल में पहुंचीं। सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने पूर्व चैम्पियन जर्मनी की एंजेलिक केर्बर 6-3, 7-6 (3) को हराया। फाइनल में उनका मुकाबला कैरोलिना प्लिस्कोवा से होगा। 
इस जीत के साथ ही बार्टी ने इतिहास रच दिया। वह 1980 में इवोन गुलागोंग के बाद से विम्बलडन फाइनल में खेलने वाली ऑस्ट्रेलियाई पहली महिला होंगी। बता दें कि बार्टी का यह दूसरा ग्रैंड स्लैम फाइनल है। इससे पहले उन्होंने 2019 में फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया था और 2020 में ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंची थीं। 
वहीं, कर्बर ने 2018 में विम्बलडन खिताब जीता था और 2016 में वह उप विजेता रही थी। बार्टी के खिलाफ पहला सेट गंवाने के बाद उनके पास दूसरे सेट में वापसी का मौका था। कर्बर 5-3 पर सेट के लिए सर्विस कर रही थीं लेकिन उन्होंने 0-40 पर अपनी सर्विस गंवा दीं। इसके बाद यह सेट टाईब्रेकर तक खिंच गया। 
फ्रेंच ओपन 2019 की विजेता बार्टी ने टाईब्रेकर में 6-0 की बढ़त हासिल कर ली और फिर अपने चौथे मैच प्वाइंट पर जीत दर्ज की। कर्बर का बैकहैंड तब नेट पर उलझ गया था। बता दें कि बार्टी ने हमवतन अजला टोमलजानोविच को केवल 66 मिनट में 6-1, 6-3 से हराकर पहली बार विंबलडन के सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई थी। वहीं, पूर्व चैंपियन जर्मनी की एंजेलिक केर्बर ने क्वार्टर फाइनल में पूर्व चैम्पियन ने चेक गणराज्य की कारोलिना मुचोवा को 6-2, 6-3 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंची थीं। वहीं, दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा ने बेलारूस की अर्यना सबालेंका को 5-7, 6-4, 6-4 से हराकर पहली बार फाइनल में प्रवेश किया। बार्टी और प्लिसकोवा की भिड़ंत से विंबडलन को महिला वर्ग में नई चैंपियन मिलेगी। 

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