पहली बार विम्बलडन के सेमीफाइनल में पहुंची महिला त्रिमूर्ति
डेनिल मेदवेदेव हुए बाहर
लंदन। एश्ले बार्टी, आर्यना सबालेंका और कैरोलिना प्लिसकोवा पहली बार विंबलडन का सेमीफाइनल मुकाबला खेलेंगी, जबकि पूर्व चैंपियन एंजेलिक कर्बर चौथी बार इस टूर्नामेंट के अंतिम-चार में पहुंचने में सफल रही हैं। चारों खिलाड़ियों ने मंगलवार को अपने-अपने क्वार्टर फाइनल सीधे सेटों में जीतकर अपना आगे का रास्ता साफ किया।
जर्मनी की 25वीं वरीयता प्राप्त कर्बर ने 19वीं वरीय कैरोलिना मुचोवा की गलतियों का फायदा उठाकर 6-2, 6-3 से जीत दर्ज की। कर्बर ने यहां 2018 में खिताब जीता था। उन्होंने फ्रेंच ओपन के पहले दौर में बाहर हो जाने के बाद विंबलडन में शानदार वापसी की। वहीं, शीर्ष वरीयता प्राप्त आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बार्टी ने हमवतन अलिजा टोमलानोविक को आसानी से 6-1, 6-3 से हरा दिया।
किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता में अपना पहला क्वार्टर फाइनल खेल रही सबालेंका ने आक्रामक रवैया अपनाया और ट्यूनीशिया की 21वीं वरीय ओंस जाबेर को 6-4, 6-3 से पराजित किया। उधर, आठवीं वरीयता प्राप्त प्लिसकोवा ने गैरवरीयता प्राप्त स्विस खिलाड़ी विक्टोरिया गोलुबिक को 6-2, 6-2 से शिकस्त दी। यह तीसरा अवसर है जबचेक गणराज्य की प्लिसकोवा ने किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता के अंतिम-चार में प्रवेश किया। इससे पहले वह 2017 में फ्रेंच ओपन और 2019 में आस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थीं।
पुरुष वर्ग में पोलैंड के 14वीं वरीयता प्राप्त हुबर्ट हरकाज ने दूसरी वरीयता प्राप्त डेनिल मेदवेदेव को पांच सेट तक चले मुकाबले में पराजित करके पहली बार विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। यह मैच सोमवार को बारिश के कारण चौथे सेट में रोकना पड़ा था। हरकाज ने हालांकि चौथा और पांचवां सेट अपने नाम करके इस मैच में 2-6, 7-6 (7-2), 3-6, 6-3, 6-3 से जीत दर्ज की। हरकाज ने पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता के अंतिम-आठ में जगह बनाई। पुरुष वर्ग में हरकाज के अलावा जिन खिलाडि़यों ने पहली बार विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया, उनमें कनाडा के डेनिस शापोवालोव, इटली के मेटेयो बेरेटिनी, हंगरी के मार्टन फुकसोविक्स और रूस के कारेन खचानोव शामिल हैं।