शुक्लागंज (उन्नाव) में खुलेगा भारतीय खेल सूचना केन्द्र

खेलप्रेमियों और खिलाड़ियों को खेलों से जुड़ी हर जानकारी मिलेगी

कानपुर। भारतीय खेलप्रेमियों को देशभर के खिलाड़ियों, खेल प्रशिक्षकों, शारीरिक शिक्षकों तथा खेल पत्रकारों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए अगले वर्ष उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के शुक्लागंज में भारतीय खेल सूचना केन्द्र खोलने की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस संदर्भ में भारतीय खेल सूचना केन्द्र के संस्थापक श्रीप्रकाश शुक्ला द्वारा केन्द्रीय खेल मंत्रालय, सभी राज्यों के खेल मंत्रालयों तथा राष्ट्रीय व राज्य खेल संगठनों से पत्र-व्यवहार किया जा रहा है।

श्री शुक्ला का कहना है कि मानव का सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास खेलों के बिना सम्भव नहीं है। खेल मनोरंजन के साथ-साथ शारीरिक दक्षता हासिल करने और लोगों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करने का एकमात्र विकल्प हैं। हमारे खिलाड़ियों ने अपने शानदार खेल कौशल से विश्व पटल पर राष्ट्र को हमेशा गौरवान्वित किया है लेकिन उनकी जानकारी खेलप्रेमियों को नहीं होती। हमारे समाज में खेलों की संस्कृति भले ही पूर्ण रूप से अभी विकसित न हुई हो लेकिन खेलों के महत्व को धीरे-धीरे स्वीकार्यता जरूर मिलने लगी है।

श्री शुक्ला का कहना है कि खिलाड़ियों को बुनियादी स्तर पर खेल सम्बन्धी सुविधाएं उपलब्ध कराना, उन्हें खेलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा दिलाना, खेल और शिक्षा का एकीकरण, प्रारम्भिक स्तर पर प्रतिभा पहचान कर उसे निखारना, बेहतरीन खिलाड़ियों को देश-विदेश में उच्च स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करना, खिलाड़ियों को दुनिया भर में आयोजित प्रतियोगिताओं में हिस्सा दिलाना, खेलों के बारे में जानकारी प्रदान करना और उचित चिकित्सा सम्बन्धी सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार का काम है। इसके अलावा भी बहुत सी बातें हैं जिसकी जानकारी हमारे समाज और खेलों से जुड़े लोगों को होनी चाहिए।

श्री शुक्ला का कहना है कि खेलप्रेमियों को देशभर के खिलाड़ियों, खेल प्रशिक्षकों, शारीरिक शिक्षकों तथा खेल पत्रकारों की जानकारी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाती, इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारतीय खेल सूचना केन्द्र की स्थापना शुक्लागंज, उन्नाव में की जा रही है। देखा जाए तो भारत खेलों के क्षेत्र में लगातार प्रगति कर रहा है लेकिन खिलाड़ियों की जानकारी आम खेलप्रेमी को नहीं होती। भारतीय खेल सूचना केन्द्र खुलने के बाद खेलप्रेमियों को इस तरह की समस्या का सामना नहीं करना होगा और उन्हें कुछ ही मिनट में सारी जानकारी मिल जाएगी।

श्री शुक्ला का कहना है कि खेलों के विकास की जब भी बात होती है, हम शासकीय तंत्र पर उंगली उठाते हैं। राष्ट्र हम सबका है लिहाजा सरकार के साथ ही हम भी अपने दायित्वों का निर्वहन कर खेलों और खिलाड़ियों का भला कर सकते हैं। देखा जाए तो केन्द्र और राज्य सरकारों के पास खिलाड़ियों का कोई लेखा-जोखा नहीं होता। अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की जानकारी तो किसी तरह से मिल भी जाती है लेकिन राष्ट्रीय व राज्यस्तर के खिलाड़ियों की जानकारी मिलना कठिन काम होता है। इस समस्या का निदान हो इसके लिए ही भारतीय खेल सूचना केन्द्र (Indian Sport Information Centre) की स्थापना की जा रही है।  सूचना केन्द्र से खिलाड़ियों को विभिन्न प्रतियोगिताओं की जानकारी देने के साथ ही खेल प्रशिक्षकों से सफलता के गुर सीखने के अवसर भी मुहैया कराए जाएंगे। इतना ही नहीं यहां खेलों की पत्र-पत्रिकाएं तथा खेलों का साहित्य भी पढ़ने को मिलेगा।  

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