मध्य प्रदेश की सात यूनिवर्सिटियों ने जीते 20 पदक
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स
बरकत उल्ला विश्वविद्यालय भोपाल को मिले आठ पदक
खेलपथ प्रतिनिधि
ग्वालियर। भुवनेश्वर (उड़ीसा) में हुए पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में मध्य प्रदेश के सात विश्वविद्यालयों के खिलाड़ी छात्र-छात्राओं ने पांच स्वर्ण, छह रजत तथा नौ कांस्य पदकों सहित कुल 20 पदक अपने नाम किए। भोपाल के बरकत उल्ला विश्वविद्यालय ने दो स्वर्ण, चार रजत तथा दो कांस्य सहित कुल आठ पदक जीतकर लक्ष्मीबाई इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल एज्यूकेशन (एलएनआईपीई) को आईना दिखाया है। इन खेलों में एलएनआईपीई एक स्वर्ण तथा एक कांस्य पदक ही जीत सका है। निजी विश्वविद्यालयों की बात करें तो ग्वालियर की आईटीएम यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने हाकी में स्वर्णिम सफलता हासिल की है।
खेल मंत्रालय भारत सरकार के प्रयासों से भुवनेश्वर में आयोजित पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में पंजाब विश्वविद्यालय का जलवा रहा। इन खेलों में पंजाब विश्वविद्यालय ने 17 स्वर्ण, 18 रजत, 10 कांस्य सहित कुल 45 पदक जीतकर अपनी बादशाहत कायम की। सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी महाराष्ट्र के खिलाड़ियों ने 17 स्वर्ण, 11 रजत, नौ कांस्य सहित कुल 37 पदक जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला 12 स्वर्ण, छह रजत, 14 कांस्य सहित कुल 32 पदक जीतकर तीसरे स्थान पर रही।
यूनिवर्सिटी खेलों की जहां तक बात है मध्य प्रदेश का बरकत उल्ला विश्वविद्यालय दो स्वर्ण, चार रजत, दो कांस्य सहित कुल आठ पदक जीतकर पदक सूची में 25वें स्थान पर रहा वहीं देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर एक स्वर्ण, एक रजत, दो कांस्य सहित कुल चार पदक जीतकर 38वें स्थान पर रहा। लक्ष्मीबाई इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल एज्यूकेशन (एलएनआईपीई) के खिलाड़ी एक स्वर्ण, एक कांस्य सहित कुल दो पदक जीतकर 50वें स्थान पर रहे। खेलों का संस्थान होने के चलते एलएनआईपीई का यह प्रदर्शन कतई ताली पीटने लायक नहीं कहा जा सकता।
आईटीएम यूनिवर्सिटी को भी स्वर्णिम जश्न मनाने से पहले इस बात का इल्म होना चाहिए कि यह हाकी बेटियां उसके प्रयासों से नहीं बल्कि मध्य प्रदेश हाकी एकेडमी से सौगात में मिली हैं। हां यूनिवर्सिटी प्रबंधन इन हाकी बेटियों को शानदार सफलता के लिए अधिक से अधिक नकद राशि देकर हौसला बढ़ा सकता है। इन खेलों में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय को एक रजत तथा एक कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। सरदार पटेल यूनिवर्सिटी बालाघाट को दो कांस्य तथा ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय को एकमात्र कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।