नडाल ने वावरिंका को हराया, सिटसिपास से भिड़ेंगे जोकोविच
राफेल नडाल और नोवाक जोकोविच ने क्रमश: स्टान वावरिंका और काइल एडमंड को हराकर पेरिस मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में जगह बनायी। नडाल ने तीन बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन वावरिंका को 6-4, 6-4 से मात देकर उनके खिलाफ जीत का रिकार्ड 19-3 कर दिया। बारह दफा के फ्रेंच ओपन विजेता नडाल अब क्वार्टर में 2008 के चैम्पियन जो विल्फ्रेड सोंगा से भिड़ेंगे जिन्होंने जर्मनी के जान लेनार्ड स्ट्रफ को 2-6, 6-4, 7-6 से शिकस्त दी। उनसे पहले सोलह बार के ग्रैंडस्लैम चैम्पियन जोकोविच ने ब्रिटेन के काइल एडमंड को 7-6, 6-1 से मात दी और सातवें नंबर के खिलाड़ी स्टेफानोस सिटसिपास से भिड़ंत पक्की की जिनके खिलाफ उनका रिकार्ड 2-1 है।
सिटसिपास ने एलेक्स डि मिनौर को 6-3, 6-4 से शिकस्त दी। नडाल और जोकोविच के बीच साल के अंत में विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर रहने की प्रतिद्वंद्विता जारी है। यह पक्का है कि 33 साल के नडाल अगले हफ्ते जारी होने वाली रैंकिंग में जोकोविच को पछाड़ देंगे लेकिन यहां खिताब जीतने से अगले महीने लंदन में होने वाले एटीपी टूर फाइनल्स से पहले ही वह साल के अंत में शीर्ष स्थान सुनिश्चित कर लेंगे। पूर्व नंबर तीन ग्रिगोर दिमित्रोव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पांचवें वरीय डोमिनिक थिएम को 6-3, 6-2 से शिकस्त दी और पहली बार पेरिस में अंतिम आठ में प्रवेश किया। अब सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिये उनकी भिड़ंत क्रिस्टियन गारिन से होगी जिन्होंने फ्रांस के क्वालीफायर जेरेमी चार्डी को 6-7, 6-4, 7-6 से मात दी।
बोपन्ना क्वार्टरफाइनल में, शरण बाहर
भारत के शीर्ष युगल खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने अपने जोड़ीदार डेनिस शापोवालोव के साथ मिलकर पेरिस मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया जबकि हमवतन दिविज शरण दूसरे दौर में हारकर बाहर हो गये। बोपन्ना और उनके कनाडाई जोड़ीदार ने महज 59 मिनट तक चले दूसरे दौर के मैच में मैनुएल गोंजालेज की अमेरिकी-अर्जेंटीनी जोड़ी को 6-1, 6-3 से शिकस्त दी। उन्होंने 4 बार अपने प्रतिद्वंद्वियों की सर्विस तोड़ी और इस शानदार जीत के दौरान उन्हें एक भी ब्रेकप्वाइंट का सामना नहीं करना पड़ा। लेकिन शरण और न्यूजीलैंड के उनके जोड़ीदार आर्टेम सिटाक को फैब्रिस मार्टिन और जेरेमी चार्डी की फ्रांसीसी जोड़ी से 53 मिनट में 2-6, 3-6 से हार का मुंह देखना पड़ा। शरण ने इस सत्र में दो खिताब जीते हैं। उन्होंने बोपन्ना के साथ मिलकर पुणे में और फिर इगोर जेलेने के साथ सेंट पीटर्सबर्ग में खिताब जीता था। वहीं बोपन्ना ने 2019 में शरण के साथ पुणे में एकमात्र ट्राफी हासिल की थी।