चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ओवरऑल चैम्पियनशिप बरकरार

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्सः तैराक श्रीहरि नटराज सबसे सफल एथलीट

खेलपथ संवाद

जयपुर। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों (केआईयूजी) में अपना ओवरऑल चैम्पियनशिप का खिताब बरकरार रखते हुए 67 पदकों के साथ अभियान समाप्त किया जिसमें 42 स्वर्ण, 14 रजत और 11 कांस्य शामिल थे। ओलम्पियन और भारत के शीर्ष तैराक श्रीहरि नटराज केआईयूजी 2025 के सबसे सफल एथलीट रहे।

भारत के शीर्ष तैराक श्रीहरि नटराज ने नौ स्वर्ण और दो रजत पदक जीते जिसकी बदौलत बेंगलुरु की जैन यूनिवर्सिटी ने कुल 27 स्वर्ण, नौ रजत और नौ कांस्य पदक हासिल किए। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने कैनोइंग और कयाकिंग में कुल 30 में से 23 स्वर्ण जीतकर दबदबा बनाया जिसे पहली बार केआईयूजी में शामिल किया गया था। इसके अलावा उसने तैराकी में छह, एथलेटिक्स में पांच, कुश्ती में दो और भारोत्तोलन, निशानेबाजी, साइकिलिंग, तीरंदाजी, टेबल टेनिस और कबड्डी में एक-एक स्वर्ण पदक जीता।

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) 78 पदकों के साथ उपविजेता बनी, उसने चैम्पियन से 11 अधिक पदक हासिल किए लेकिन स्वर्ण पदकों की संख्या कम रहने के कारण पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रही। एलपीयू ने 32 स्वर्ण, 25 रजत और 22 कांस्य जीते। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) ने भी 32 स्वर्ण पदक जीते लेकिन उनके 22 रजत और 18 कांस्य पदकों की संख्या उन्हें तीसरे स्थान पर ले गई।

केआईयूजी का पांचवां सत्र राजस्थान के सात शहरों में आयोजित किया गया जिसमें 222 विश्वविद्यालयों के 4448 खिलाड़ियों ने 23 स्पर्धाओं में हिस्सा लिया। यह खेल भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) और राजस्थान राज्य खेल परिषद के सहयोग से आयोजित किए गए और मेजबानी पूर्णिमा विश्वविद्यालय द्वारा की गई। केआईयूजी के इस चरण में एथलेटिक्स में 12 नए मीट रिकॉर्ड बने जिनमें दो अखिल भारतीय विश्वविद्यालय रिकॉर्ड भी शामिल हैं।

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