सुपरस्पेशलिटी सेवाओं ने दी के.डी. हॉस्पिटल को विशेष पहचान

संस्थान के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने पत्रकारों को बताईं अपनी प्राथमिकताएं

मथुरा। कांती देवी मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर ने अपनी स्थापना के 11 साल पूरे कर लिए हैं। इस चिकित्सा शिक्षा संस्थान का लक्ष्य पहले ही दिन से उत्कृष्ट मानकों तथा अत्याधुनिक तकनीकी चिकित्सा सुविधाओं में इजाफा करना रहा है। यह समूचे ब्रज क्षेत्र के लिए गौरव की बात है कि आज अपनी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुपरस्पेशलिटी सेवाओं के लिए के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर समूचे उत्तर प्रदेश में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है। यह बातें संस्थान के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने शुक्रवार को जनपद के खबरनवीशों को बताईं।

श्री अग्रवाल ने बताया कि कांती देवी मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर का शुभारम्भ 2014 में हुआ। 2015 में यहां 150 छात्र-छात्राओं के साथ मेडिकल तथा 2021 में सभी क्लीनिकल पीजी की शिक्षा का श्रीगणेश हुआ। 2022 में संस्थान को एनएमसी से मान्यता मिली तथा अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं, अनुभवी डॉक्टरों और समर्पित स्टाफ के साथ उच्च गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने की वजह से 2024 में संस्थान को 250 छात्र-छात्राओं के प्रवेश की अनुमति प्रदान की गई।

श्री अग्रवाल ने बताया कि आज प्रतिस्पर्धा का युग है। हमारा उद्देश्य चिकित्सा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करना है। इसके लिए हम हर वह सुविधा जुटा रहे हैं जिसकी कि आज समाज और देश को जरूरत है। ब्रज क्षेत्र और उसके आसपास के लोगों के लिए के.डी. हॉस्पिटल इसलिए खास है क्योंकि एक छत के नीचे यहां हर बीमारी का  समग्र समाधान उपलब्ध है। के.डी. हॉस्पिटल का उद्देश्य रोगी का इलाज करने के साथ उसे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने तथा बेहतर जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करना भी है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि के.डी. हॉस्पिटल में हर मरीज को उच्चतम सुविधाएं मिलें, उसकी एक परिवार के सदस्य की तरह देखभाल हो तथा उसे यह विश्वास दिलाया जाए कि उसका स्वास्थ्य ही हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि हमारा विजन हर मरीज को अत्याधुनिक, किफायती और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है ताकि हर ब्रजवासी स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सके। चेयरमैन श्री अग्रवाल ने बताया कि के.डी. हॉस्पिटल में प्रतिदिन लगभग दो हजार से अधिक मरीज ओपीडी में आते हैं तथा लगभग दो सौ मरीजों को भर्ती किया जाता है।

श्री अग्रवाल ने बताया कि के.डी. हॉस्पिटल की विश्वस्तरीय तकनीक, सटीक निदान और उपचार, विशेषज्ञ डॉक्टर, अनुभवी नर्सिंग स्टाफ और मरीजों के प्रति समर्पित टीम इसे श्रेष्ठ चिकित्सा संस्थानों में जगह दिलाती है। यहां मरीज को एक ही छत के नीचे परामर्श, डायग्नोस्टिक्स, सर्जरी, फार्मेसी और देखभाल की सुविधाएं उपलब्ध हैं। के.डी. हॉस्पिटल का मरीजों के प्रति अनुकूल दृष्टिकोण और निःस्वार्थसेवा का आदर्श इसे एक विश्वसनीय चिकित्सा संस्थान बनाता है। अस्पताल का उद्देश्य हर रोगी के लिए सहज और आरामदायक अनुभव सुनिश्चित करना है।

श्री अग्रवाल ने बताया कि  तकनीक ने स्वास्थ्य सेवा को बदल दिया है, जिससे लागत कम हुई है, जोखिम कम हुए हैं और प्रक्रिया में तेजी आई है। सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं हमेशा अपने मरीजों की जरूरतों और इच्छाओं को सबसे पहले रखती हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि सुपरस्पेशलिटी अस्पतालों के बढ़ते चलन के साथ, हमारे पास अनुभवी पेशेवरों और नवीनतम बुनियादी ढांचे द्वारा समर्थित एक दर्जन से अधिक विशेषज्ञ विभाग हैं। यहां 24 घण्टे आपातकालीन सेवाएं, फार्मेसी, डायग्नोस्टिक सेवाएं और ब्लड बैंक उपलब्ध है ताकि मरीज को किसी भी आपात स्थिति में सर्वोत्तम सेवाएं मिल सकें।

के.डी. हॉस्पिटल ब्रज और उसके आसपास के जिलों के जटिल एवं गम्भीर बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को सुपरस्पेशलिटी सुविधाएं प्रदान करने वाला क्षेत्र का पहला अशासकीय सुपरस्पेशलिटी अस्पताल है। यहां न्यूरोसर्जरी, पीडियाट्रिक्स सर्जरी, गैस्ट्रो सर्जरी, यूरोलॉजी आदि के साथ ही कार्डियोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक शल्य चिकित्सा न्यूरोफिजीशियन, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, पल्मोनोलॉजी, लेप्रोस्कोपिक आदि के सुपरस्पेशलिटी विभाग संचालित हो रहे हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि यहां नेफ्रो कार्डियक और न्यूरो पीडियाट्रिक सर्जरी की सुविधाएं होने से अब ब्रज क्षेत्र के लोगों को उपचार के लिए दिल्ली या अन्य महानगरों की तरफ नहीं भागना पड़ता।

के.डी. हॉस्पिटल का नशामुक्ति केन्द्र उन लोगों के लिए वरदान है जोकि लम्बे समय से नशीले पदार्थों की गिरफ्त में थे। इस केन्द्र की वजह से अब तक ब्रज मण्डल के हजारों लोग नशे का परित्याग कर पुनः सफल जीवन जी रहे हैं। यह नशामुक्ति केन्द्र उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वीकृत मथुरा जनपद का एकमात्र सेण्टर है। के.डी. हॉस्पिटल में थूलियम लेजर मशीन और फ्लेक्सिबल यूरेटेरोस्कोपी मशीनों की व्यवस्था की गई है। इन आधुनिकतम मशीनों के आ जाने से अब के.डी. हॉस्पिटल में मरीजों की बिना चीर-फाड़ सर्जरी सम्भव है।

थुलियम लेजर एक आधुनिक और सुरक्षित तकनीक है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार की सर्जिकल प्रक्रियाओं में किया जाता है। यह पारम्परिक तकनीकों की तुलना में अधिक प्रभावी और सुरक्षित है तथा इसके कई फायदे भी हैं। थुलियम लेजर मशीन से हर तरह की पथरी का इलाज सम्भव है। पथरी गुर्दे की हो, पेशाब नली की या फिर पेशाब की थैली की थुलियम लेजर मशीन से बहुत कम समय और बिना चीरा सर्जरी सम्भव है। के.डी. हॉस्पिटल में थूलियम लेजर मशीन और फ्लेक्सिबल यूरेटेरोस्कोपी मशीन आ जाने से नसों की ब्लॉकेज से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत की बात है। हाल ही में यहां एंडोब्रोन्कियल अल्ट्रासाउंड (ईबीयूएस) मशीन लगाई गई है। इस आधुनिकतम मशीन से अब फेफड़े व सांस सम्बन्धी बीमारियों का पता लगाना आसान हो गया है। इसके माध्यम से फेफड़ों की बीमारी और कैंसर की पहचान आसानी से हो सकेगी।

 

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