हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर प्रसाद एजीयू स्पोर्ट्स अचीवर्स अवॉर्ड से सम्मानित
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अनुशासन, निरंतर मेहनत और सकारात्मक सोच से ही सफलता सम्भव
खेलपथ संवाद
भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय (आरएनटीयू) ने भारतीय हॉकी स्टार विवेक सागर प्रसाद को एशिया कप 2025 में शानदार प्रदर्शन करने तथा भारत को खिताबी जीत दिलाने में अहम भूमिका के लिए एजीयू स्पोर्ट्स अचीवर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी में आयोजित गरिमामय समारोह में विवेक को एक लाख रुपए की राशि और उपहार भेंट किए गए।
इस अवसर पर आईसेक्ट ग्रुप के कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी और आईसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज (एजीयू) की निदेशक एवं आरएनटीयू की प्रो-चांसलर डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने विवेक को सम्मानित करते हुए कहा कि यह समूचे देश के लिए गौरव की बात है। सम्मान समारोह में एसजीएसयू के कुलगुरु डॉ. विजय सिंह और कुलसचिव डॉ. सितेश सिन्हा और रायसेन जिले के जिला खेल अधिकारी जलज चतुर्वेदी ने भी अपने स्टार खिलाड़ी का हौसला बढ़ाया।
हाल ही में राजगीर (बिहार) में हुए एशिया कप में भारतीय टीम ने बिंदास खेल दिखाते हुए चौथी बार हॉकी एशिया कप जीतकर वर्ल्ड कप 2026 के लिए क्वालीफाई किया। फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराया। विवेक सागर प्रसाद ने पूरे टूर्नामेंट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
इस अवसर पर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी और डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने भारतीय टीम के चौथी बार हॉकी एशिया कप जीतने तथा वर्ल्ड कप 2026 के लिए क्वालीफाई करने पर प्रसन्नता व्यक्त की। इन्होंने कहा कि भारतीय टीम के स्टार प्लेयर विवेक की यह उपलब्धि न केवल विश्वविद्यालय बल्कि पूरे प्रदेश और देश के लिए गौरव का विषय है। विवेक जैसी प्रतिभाएं खेलों के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए युवाओं को प्रेरित करती हैं।
कार्यक्रम के अंत में विवेक ने आईसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए अपनी इस उपलब्धि का श्रेय वह अपने माता-पिता, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग को देते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को संदेश दिया कि अनुशासन, निरंतर मेहनत और सकारात्मक सोच से ही सफलता संभव है। कठिनाइयों के बावजूद धैर्य और लगन से आगे बढ़ते हुए हर खिलाड़ी अपने देश और संस्था का नाम रोशन कर सकता है।