राजीव एकेडमी के छात्र-छात्राओं को टैबलेट मिले, चेहरे खिले

विद्यार्थियों का संकल्प, ज्ञानार्जन के लिए करेंगे टैबलेट का सदुपयोग

मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं को मंगलवार को भारत सरकार की डीजी शक्ति स्कीम के तहत टैबलेट प्रदान किए गए। संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया के करकमलों से टैबलेट मिलते ही जहां छात्र-छात्राओं के चेहरे पर मुस्कान दिखी वहीं उन्होंने संकल्प लिया कि वे इनका इस्तेमाल ज्ञानार्जन के लिए करेंगे।

छात्र-छात्राओं को टैबलेट प्रदान करने के बाद निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने कहा कि शिक्षा का स्वरूप बदल रहा है। आज की शिक्षा पूरी तरह से सूचना प्रौद्योगिकी पर निर्भर है, ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जो टैबलेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं, उनका इस्तेमाल आप लोग ज्ञानार्जन के लिए करेंगे, ऐसा विश्वास है। डॉ. भदौरिया ने कहा कि जरूरतमंद छात्र-छात्राओं के लिए यह टैबलेट बहुत उपयोगी साबित होंगे। इनकी सहायता से छात्र-छात्राओं को डिजिटल इंडिया अभियान से जुड़ने में मदद मिलेगी।

डॉ. भदौरिया ने छात्र-छात्राओं को टैबलेट का उपयोग शैक्षिक लक्ष्यों को प्राप्त करने, तकनीकी कौशल विकसित करने तथा विभिन्न विषयों को सीखने में करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं इन टैबलेटों के माध्यम से अपनी पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। इतना ही नहीं शिक्षकों के साथ संवाद कर सकते हैं तथा नई तकनीकों से परिचित हो सकते हैं।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि स्वामी विवेकानन्द यूथ इम्पावरमेंट स्कीम उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक अभिनव योजना है, इसका उद्देश्य युवाओं को सशक्त बनाना है। यह योजना युवाओं को कौशल विकास, शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करके उन्हें सक्षम बनाने के लिए केन्द्रित है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि इन टैबलेटों के माध्यम से छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई सुचारु रूप से सम्पन्न कर सकेंगे। सरकार द्वारा इस प्रकार की योजनाओं के क्रियान्वयन का मूल उद्देश्य युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मुहैया कराना भी है।

उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि भारत सरकार की डीजी शक्ति योजना का उद्देश्य युवाओं को ऑफलाइन से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है, क्योंकि आज के समय में अधिकांश उद्योग-व्यापार ऑनलाइन स्तर पर ही चल रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. विकास जैन ने कहा कि जिस देश की सरकार युवाओं को उच्च शिक्षित करने के लिए ऐसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम चला रही है, निश्चित रूप से इस देश की युवा शक्ति अपने स्किल और ज्ञान की शक्ति के बल पर एक दिन विश्व में भारत को प्रथम शक्तिशाली अर्थव्यवस्था वाला देश बना देगी। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं से प्राप्त डिजिटल उपकरण का सटीक उपयोग करने तथा इसके बल पर अपना ऑनलाइन ज्ञान-स्तर बढ़ाने का आह्वान किया।

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