विश्वनाथन आनंद सर के साथ खेलना विशेष होगा
भारतीय ग्रैंडमास्टर वैशाली ग्लोबल शतरंज में पहली बार लेगी हिस्सा
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारतीय ग्रैंडमास्टर आर वैशाली तीन से 12 अक्टूबर तक लंदन में होने वाले ग्लोबल शतरंज लीग में पहली बार भाग लेने को लेकर काफी उत्साहित है। वैशाली के उत्साह का कारण यह है कि उन्हें इसमें अपनी टीम के साथी और दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद से कुछ नया सीखने को मिलेगा।
वैशाली को इस प्रतियोगिता में पांच बार के विश्व चैम्पियन आनंद के साथ गैंजेज ग्रैंडमास्टर्स की टीम में रखा गया है, जबकि उनके भाई आर प्रज्ञानंद नॉर्वे के मैगनस कार्लसन के साथ अल्पाइन एसजी पाइपर्स की टीम में शामिल हैं। वैशाली ने कहा, मैं उस टीम में हूं जिसमें आनंद सर हैं। उनके साथ खेलना मेरे लिए विशेष होगा। इस तरह के टूर्नामेंट से निश्चित तौर पर खिलाड़ियों को अपने खेल में सुधार करने में मदद मिलेगी। यह मेरे लिए कुछ नया सीखने का शानदार मौका होगा। मेरा भाई प्रज्ञानंद मैगनस कार्लसन की टीम में है जो उसके लिए काफी अच्छी बात है। बेशक हम एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगे, लेकिन हमारी टीमें अलग हैं।
आर. वैशाली बीते एक दिसंबर को ग्रैंडमास्टर (जीएम) का खिताब पाने वाली भारत की तीसरी महिला बनी थीं, जो किसी शतरंज खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है। कोनेरू हम्पी पहली महिला खिलाड़ी थीं; वास्तव में, वह दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला खिलाड़ी थीं, जब वह 2002 में 15 साल की उम्र में जीएम बनी थीं।