मुसेट्टी को हराकर फाइनल में पहुंचे जोकोविच

रविवार को होगा अल्काराज से विम्बलडन पुरुष एकल का खिताबी मुकाबला
खेलपथ संवाद
लंदन।
नोवाक जोकोविच ने लोरेंजो मुसेट्टी को हराकर विम्बलडन 2024 के पुरुष एकल के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। मुसेट्टी ने दिग्गज खिलाड़ी के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और अंत तक संघर्ष किया। हालांकि, जोकोविच करीबी मुकाबलों के बावजूद सेट जीतने में कामयाब रहे। अब सर्बियाई खिलाड़ी अपना दसवां विम्बलडन फाइनल और 37वां ग्रैंड स्लैम फाइनल खेलेंगे। 14 जुलाई को उनका सामना अल्काराज से होगा, जिन्होंने पहले सेमीफाइनल में जीत दर्ज की।
कार्लोस अल्काराज ने शुक्रवार को विम्बलडन में पांचवीं वरीयता प्राप्त डेनियल मेदवेदेव को हराकर फाइनल में जगह बनाई। पुरुष एकल सेमीफाइनल में खराब लय में शुरुआत करने के बावजूद, अल्काराज ने हिम्मत दिखाई और विम्बलडन में लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचे। सेमीफाइनल का पहला सेट हारने के बाद अल्काराज ने वापसी की और 6-7(1), 6-3, 6-4, 6-4 से जीत हासिल कर शीर्ष पर पहुंच गए। अल्काराज रविवार (14 जुलाई) को नोवाक जोकोविच से फाइनल में भिड़ेंगे।
स्पेन के अल्काराज 21 साल में अपना चौथा ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने की कोशिश में जुटे हैं। शुरुआती सेट में उनका प्रदर्शन औसत रहा जिसके बाद उन्होंने स्फूर्ति से वापसी करते हुए आक्रामक खेल दिखाया और मुकाबला जीत लिया। अल्काराज ने 2022 में अमेरिकी ओपन और पिछले महीने फ्रेंच ओपन में भी जीत हासिल की थी।
अभी तक ग्रैंडस्लैम फाइनल में उनका रिकॉर्ड 3-0 रहा है और अब खिताब के लिए वह लड़ेंगे। एक साल पहले अल्काराज ने विम्बलडन के सेमीफाइनल में 2021 अमेरिकी ओपन चैम्पियन मेदवेदेव को सीधे सेटों में हराया था और फाइनल में जोकोविच को पांच सेट में पराजित कर खिताब जीता था। सेंटर कोर्ट में तीसरे वरीय अल्काराज को पांचवें नंबर के खिलाड़ी मेदवेदेव से कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा। रूस के 28 वर्षीय मेदवेदेव अपने करियर के सातवें ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचने की कोशिश में जुटे थे। मेदवेदेव ने शुरुआत में 5-2 की बढ़त हासिल की। लेकिन फिर अपने खेल और गुस्से के कारण परेशानी में पड़ गया।
अल्काराज ने ड्रॉप शॉट से इसे 5-4 कर दिया। इस शॉट को चेयर अंपायर ईवा असदेराकी ने सही करार दिया। मेदवेदेव ने सेट के टाईब्रेकर में इसे अपने नाम किया। अल्काराज ने फिर सही दिशा में आगे बढ़ते हुए आक्रामक खेल दिखाया। उन्होंने मेदवेदेव की गलतियों का फायदा उठाते हुए अपने कौशल के बूते अगले तीन सेट जीतकर फाइनल में जगह बनाई।

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