जूडोका हिमांशी टोकस ने जीता पहला ग्रैंड स्लैम
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की होनहार छात्रा का कमाल
खेलपथ संवाद
भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की जूडो खिलाड़ी हिमांशी टोकस ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रभावशाली तकनीक से वतनबे (पीएचआई) को हराकर -63 किग्रा में अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता। यह प्रतियोगिता 1 से 3 मार्च तक ताशकंद उज़्बेकिस्तान में खेली गई। इस प्रतियोगिता में 68 देशों से 495 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
हिमांशी महज 18 साल की उम्र में भारत की उभरती हुई जूडोका हैं। ताशकंद में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद भारत की जूडो खिलाड़ी ने परचम लहराया है। प्रारम्भिक स्कोर में बढ़त लेते हुए कुछ ही समय बाद हिमांशी ने विरोधी के हमले का मुकाबला करते हुए वतनबे को पीछे की ओर धकेल दिया और जीत दर्ज की। हिमांशी ने पहला ग्रैंड स्लैम जीतने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसका श्रेय अपने कोच, परिवार और विश्वविद्यालय को दिया।
हिमांशी की इस सफलता पर आरएनटीयू के कुलाधिपति संतोष चौबे, एसजीएसयू के कुलाधिपति डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, आरएनटीयू की प्रो-चांसलर डॉ. अदिती चतुर्वेदी वत्स, कुलपति प्रो. रजनीकांत, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह और हाई परफार्मेंस कोच यशपाल सोलंकी ने बधाई और शुभकामनाएं दीं।