भारतीय बेटियों ने एशियाई जूनियर साइकिलिंग में जीता सोना

सीनियर और जूनियर वर्ग में हो रही चैम्पियनशिप में 18 देश कर रहे शिरकत 
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
बेटियों ने एशियाई साइकिलिंग चैम्पियनशिप में भारत को स्वर्णिम शुरुआत दिलाई। आईजी स्टेडियम वेलोड्रम में बुधवार को जूनियर वर्ग में सरिता कुमारी, निया सेबेस्टियन, जायना मोहम्मद अली पीरखान और सबीना ने स्प्रिंट इवेंट में मजबूत कोरिया को हराकर चैम्पियनशिप में देश का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। 
भारत ने चैम्पियनशिप के पहले दिन एक स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक जीता। भारत ने एक रजत पैरा टीम स्प्रिंट इवेंट में, दूसरा रजत पुरुषों की जूनियर टीम स्प्रिंट इवेंट में जीता, जबकि कांस्य पदक लड़कियों की जूनियर टीम परस्यूट इवेंट में मिला।
स्प्रिंट टीम के कोच राहुल के मुुताबिक उन्होंने रणनीति के तहत तीसरी और अंतिम रेस में सबीना की जगह पर जायना को उतारा, जिसका फायदा मिला। जायना थकी हुई नहीं थीं, जिसके चलते भारत ने 53.383 सेकेंड का समय निकाला, जो कोरियाई रायडरों से बेहतर था। राहुल के मुताबिक उन्होंने पहली दो रेस में सरिता, निया और सबीना को उतारा था। तीसरी रेस में कोरिया रायडर के फाल्स स्टार्ट का भी भारतीय टीम को फायदा मिला। केरल की निया ने कहा कि एशिया की सबसे मजबूत टीम को हराना किसी सपने के सच होने जैसा है।
सीनियर और जूनियर वर्ग में हो रही पेरिस ओलम्पिक क्वालीफाइंग चैम्पियनशिप में 18 देश शिरकत कर रहे हैं। पैरा टीम स्प्रिंट में अरशद शेख, जलालुद्दीन अंसारी, बासवाराज की टीम को फाइनल में मलयेशिया से हार का सामना करना पड़ा। जूनियर वर्ग की पुरुष टीम स्प्रिंट में नारायण महतो, सैयद खालिद बागी, एम वताबा मितेई की तिकड़ी ने 47.93 सेकंड का समय लिया, लेकिन कोरियाई टीम ने उनसे बेहतर समय निकालकर स्वर्ण जीता। जूनियर परस्यूट में हर्षिता जाखड़, सुहानी कुमारी, जेपी धन्याधा, भूमिका ने ताइवान को हराकर कांस्य जीता। दक्षिण कोरिया ने स्वर्ण और कजाखस्तान ने रजत जीता।

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