श्रीराम भक्ति और जयकारों से गूंजा के.डी. मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल

शाम को भजन-कीर्तन के बाद दीपोत्सव से जगमग हुआ परिसर

सुन्दरकाण्ड के सस्वर पाठ के बाद हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की

मथुरा। सोमवार को अलसुबह से ही के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर का माहौल भक्तिभाव में डूबा नजर आया। सुबह से दोपहर तक मेडिकल छात्र-छात्राएं भक्तिभाव के बीच मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जयकारे लगाते रहे तो दूसरी तरफ 21 वेदाचार्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार और 108 सुन्दरकांड पाठ के बीच श्रीअखिलेश्वर महादेव मंदिर का नौवां स्थापना दिवस मनाया। शाम को साढ़े पांच बजे से साढ़े छह बजे तक भजन-कीर्तन तथा आरती के बाद साढ़े छह बजे से सात बजे तक हर्षोल्लास के बीच दीपोत्सव कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

इस धार्मिक आयोजन में आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती विनय अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा अरुण अग्रवाल सहित सैकड़ों चिकित्सक, प्राध्यापक, छात्र-छात्राएं तथा अन्य भक्तगण उपस्थित रहे। एक तरफ भक्तगणों ने टेलीविजन की बड़ी स्क्रीन पर अयोध्या में हुए श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखा तो दूसरी तरफ सजा दो घर को गुलशन सा अवध में श्रीराम आए हैं, का उद्घोष करते देखे गए।

108 सुन्दरकांड पाठ के बाद आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती विनय अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल तथा अरुण अग्रवाल ने आरती की तथा कन्याओं को भोज कराने के बाद आचार्य करपात्री द्विवेदी, आचार्य विकास मिश्रा, आचार्य देवनाथ द्विवेदी, आचार्य शुभम तिवारी, आचार्य विवेक मिश्रा, आचार्य रामानुज द्विवेदी, आचार्य गणेश तिवारी आदि का धार्मिक कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार माना। अंत में डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने सभी श्रद्धालुओं से प्रसादी ग्रहण करने का अनुरोध किया।

डॉ. अग्रवाल ने भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को अविस्मरणीय पल बताते हुए कहा कि सुख समृद्धि एवं शांति से परिपूर्ण जीवन के लिए सदाचारी होना ही पहली शर्त है। हमें यह दुर्लभ मानव जीवन किसी भी कीमत पर निरर्थक और उद्देश्यहीन नहीं जाने देना चाहिए। लोकमंगल की कामना ही हमारे जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। डॉ. अग्रवाल ने सभी से दृढ़ संकल्प शक्ति, सच्ची निष्ठा व आस्था के साथ समाजहित एवं भारतहित में कार्य करते रहने का आह्वान किया ताकि हमारा देश फिर से विश्व गुरु बन सके।

पूजा-पाठ के बाद आचार्य करपात्री द्विवेदी ने बताया कि महाबली हनुमानजी की आराधना से सभी ग्रहों का दोष शांत हो जाता है। हनुमानजी और सूर्यदेव एक-दूसरे के स्वरूप हैं, इसलिए हनुमान साधना करने वाले साधकों में सूर्य तत्व अर्थात आत्मविश्वास, ओज, तेजस्विता आदि स्वत: ही आ जाते हैं। श्रीअखिलेश्वर महादेव मंदिर के नौवें प्रतिष्ठापन समारोह में आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के शैक्षिक संस्थानों के डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, डॉ. राजेन्द्र कुमार, डॉ. देवेन्द्र पाठक, प्रो. नीता अवस्थी, बड़ी संख्या में प्राध्यापक, चिकित्सक, छात्र-छात्राएं तथा अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

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