पैरा एशियन गेम्स में भारत ने रचा इतिहास

18 स्वर्ण समेत 82 पदक जीत किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
दोनों बाजुएं नहीं फिर भी स्वर्ण जीतीं शीतल
शीर्ष वरीय को हरा सुहास एलवाई फाइनल में
खेलपथ संवाद
हांगझोऊ।
भारत ने पैरा एशियाई खेलों में इतिहास रचते हुए अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को अंजाम दे डाला। भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने अपने पदकों की संख्या 82 पहुंचाते हुए पांच वर्ष पूर्व जकार्ता पैरा एशियाड में 15 स्वर्ण, 24 रजत, 33 कांस्य समेत 72 पदकों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया। खेलों के समापन में अभी दो दिन शेष हैं और एशियाई खेलों की तरह यहां भी भारतीय दल सौ पदकों के करीब पहुंच गया है। यहां भी सौ पार का आंकड़ा संभव होता दिखाई दे रहा है।
भारत अब तक हांगझोऊ में 18 स्वर्ण, 23 रजत और 41 कांस्य पदक जीत चुका है। बृहस्पतिवार को भारतीय पैरा खिलाडिय़ों ने तीन स्वर्ण, तीन रजत और 12 कांस्य पदक जीते। मिश्रित कंपाउंड टीम का स्वर्ण पदक दोनों हाथ नहीं के बावजूद धनुष चलाने वाली जम्मू कश्मीर की शीतल देवी और राकेश कुमार ने जीता। सचिन खिलाड़ी ने शॉटपुट (एफ-46) और पैरा शूटर सिद्धार्थ बाबू ने मिश्रित 50 मीटर प्रोन एसएच-1 में स्वर्ण पदक जीते।
तीरंदाजी में शीतल का जलवा
दोनों बाजुएं नहीं होने के बावजूद छाती के सहारे दांतों और पैर से धनुष-बाण चलाने वाली जम्मू कश्मीर की तीरंदाज शीतल देवी ने राकेश कुमार के साथ मिलकर पैरा एशियाई खेलों की मिश्रित कंपाउंड इवेंट में स्वर्ण पदक जीत लिया। शीतल ने बुधवार को भी रजत पदक जीता था। माता वैष्णो देवी तीरंदाजी अकादमी, कटरा के इन तीरंदाजों ने फाइनल में चीनी जोड़ी को 151-149 से पराजित किया। 
वहीं आईएएस अधिकारी टोक्यो पैरालम्पिक के रजत पदक विजेता सुहास एलवाई ने बैडमिंटन के एसएल-4 वर्ग के फाइनल में प्रवेश कर पदक पक्का कर लिया। उन्होंने सेमीफाइनल में सर्वोच्च वरीय इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को 21-12, 21-19 से पराजित किया। इन खेलों के चौथे दिन देश को सचिन खिलाड़ी शॉटपुट (एफ-46) और पैरा शूटर सिद्धार्थ बाबू ने मिश्रित 50 मीटर प्रोन एसएच-1 में स्वर्ण पदक दिलाई।
बैडमिंटन में आठ वर्गों के फाइनल में भारतीय शटलर
सुहास एलवाई के अलावा टोक्यो पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट प्रमोद भगत और नितेश कुमार ने एसएल-3 के फाइनल में जगह बनाई। टोक्यो के स्वर्ण विजेता कृष्णा नागर एसएल-6 के फाइनल में पहुंचे। वहीं तुलसीमती मुरगेसन एसयू5 के फाइनल में प्रवेश किया। नितेश कुमार और तरुण की जोड़ी ने एसएल-3, 4 के फाइनल में जगह बनाई। मानषी जोशी, तुलसीमती ने एसएल-3, एसयू-5 युगल, चिराग बरेठा-राजकुमार ने एसयू-5 युगल और नित्या श्री-रचना पटेल ने एसएच-6 युगल के फाइनल में प्रवेश किया। सुकांत कदम, मनीषा रामदास, नित्या श्री को सेमीफाइनल में हार पर कांस्य मिले। वहीं कृष्णा नागर, शिवाराजन, प्रमोद भगत, सुकांत कदम, मंदीप कौर, मनीषा रामदास को युगल के सेमीफाइनल में हार पर कांस्य मिले।
एथलेटिक्स में जीते सर्वाधिक 45 पदक
एथलेटिक्स में अब तक भारत सर्वाधक 45 जीत चुका है। गुरुवार को नारायण ठाकुर ने 100 मीटर टी-35 में कांस्य, रोहित कुमार ने शॉटपुट एफ-46 में कांस्य, श्रेयांष त्रिवेदी ने 100 मीटर, टी-37 में कांस्य पदक जीते। वहीं भाग्यश्री ने महिला शॉटपुट एफ-34, मोनू घंगास डिस्कस थ्रो एफ-11 और सिमरन ने 200 मीटर, टी-12 में रजत पदक जीते। तीरंदाजी में नवीन दलाल और नजीर अंसारी ने पुरुष युगल में कांस्य जीता, जबकि हिमांशी भावेश कुमार राठी ने शतरंज में कांस्य पदक जीता।

 

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