सफलता के लिए समय पर करें सही स्किल्स का इस्तेमालः हिमानी अग्रवाल

राजीव एकेडमी में करियर स्किल्स पर अतिथि व्याख्यान

मथुरा। हममें से अधिकांश लोग उत्कृष्टता प्राप्त करने तथा अपने करियर में आगे बढ़ने की इच्छा रखते हैं। लेकिन यह तभी सम्भव है जब हमारे अंदर उत्कृष्ट कौशल हो। करियर में सफलता के लिए सबसे जरूरी है सही समय पर सही स्किल्स का इस्तेमाल। हम अच्छी कम्युनिकेशन स्किल से अपने करियर को उच्‍च स्‍तर तक ले जा सकते हैं। यह बातें गुरुवार को राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट द्वारा आयोजित कार्यशाला में अतिथि वक्ता हिमानी अग्रवाल एचआर मैनेजर ह्यूज सिस्टिक कारपोरेशन ने बीएससी एवं बी.ई.कॉम के छात्र-छात्राओं को बताईं।

हिमानी अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं को हाउ टू लैवेरेज योर स्किल्स फॉर करियर ग्रोथ विषय पर बताया कि हमें लगातार अपने स्किल्स सुधार की दिशा में कार्य करते रहना चाहिए। इसी के साथ हमें अपने स्किल्स सुधार और स्वयं की समृद्धि के लिए उसे निरन्तर अपडेट भी करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी उन्नति का मार्ग हमें प्राप्त होने वाली शिक्षा ही खोलती है। इसी शिक्षा में हमारे करियर की चाबी रहती है। कब क्या करना है यह हमें शिक्षा सिखाती है तथा कैसे करना है ये स्किल्स बताता है। सही समय पर सही स्किल्स का इस्तेमाल ही हमारी ग्रोथ को आगे बढ़ाता है।

हिमानी अग्रवाल ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में व्यावसायिक शिक्षा हमें ग्रेट अपार्चुनिटी प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि अपनी पर्सनालिटी को इम्प्रूव करने के लिए हमें अपनी कम्युनिकेशन स्किल भी बेहतर करनी होगी। दरअसल, कम्युनिकेशन स्किल बातचीत करने की एक कला है। कम्युनिकेशन स्किल का डिग्री और पढ़ाई-लिखाई से कुछ लेना देना नहीं है। हर पढ़े-लिखे और डिग्रीधारी शख्स की कम्युनिकेशन स्किल अच्छी ही हो, यह जरूरी नहीं है लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर इसमें सुधार जरूर किया जा सकता है।

अगर आप अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स को इम्प्रूव करना चाहते हैं तो आपको दूसरों की बात को भी बहुत ही ध्यान से सुनना होगा। इससे आप उसकी बातों को अच्छे से समझ सकेंगे। शुरुआत में बात करते समय आपसे कुछ गल्तियां भी हो सकती हैं, लेकिन जब आप डेली प्रैक्टिस करते रहेंगे तो गल्तियां कम होंगी और आप सही से कम्युनिकेशन कर सकेंगे। इसीलिए किसी भी बात को अच्छे से सुनिए फिर बोलना सीखिए। उन्होंने कहा कि हम अपने कौशल में जितना इजाफा करेंगे तरक्की की राह उतना ही सुगम होगी। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने अतिथि वक्ता का आभार माना।

रिलेटेड पोस्ट्स