जॉब की अपार सम्भावनाओं वाला क्षेत्र है साइबर सिक्योरिटीः दीपक चौधरी

राजीव एकेडमी में साइबर सिक्योरिटी के लाभ विषय पर हुई कार्यशाला

मथुरा। आज के दौर में देश-दुनिया पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर है। औद्योगिक से लेकर लगभग हर क्षेत्र  सूचना प्रौद्योगिकी पर निर्भर है। इस दौर में साइबर क्राइम भी तेजी से बढ़ रहा है लिहाजा इस क्राइम को कम करने के लिए साइबर सिक्योरिटी अफसरों की लगातार मांग बढ़ रही है। यह जॉब के अवसरों से भरा क्षेत्र है लिहाजा हम इस क्षेत्र में दक्षता हासिल कर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। यह बातें राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में साइबर सिक्योरिटी के लाभ विषय पर आयोजित कार्यशाला में साइबर-सिक्योरिटी कन्सल्टेंट-विप्रो नोएडा में कार्यरत दीपक चौधरी ने छात्र-छात्राओं को बताईं।

श्री चौधरी ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि साइबर सिक्योरिटी क्षेत्र का भविष्य काफी सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि साइबर सिक्योरिटी ऑनलाइन अपराध को कम करने की एक शाखा है। जिसके तहत एथिकल हैकर्स की टीम आपका डेटा चोरी होने, डेटा डिलीट होने या आपके किसी भी डिवाइस को नुकसान होने से आपको सुरक्षित करती है। इसे इन्फार्मेशन सिक्योरिटी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने बताया कि साइबर सिक्योरिटी के तहत डिजिटल नेटवर्क, सर्वर, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाइल एवं कम्प्यूटर सिस्टम को किसी भी अनाधिकृत डिजिटल एक्सेस एवं साइबर हमले से सुरक्षित रखा जाता है।

जो छात्र-छात्राएं इसके एक्सपर्ट बनना चाहते हैं, उन्हें हार्डवेयर एवं साफ्टवेयर दोनों की सुरक्षा का समय-समय पर आकलन करना होगा। यह सुनिश्चित करना होगा कि डाटा का गलत इस्तेमाल न हो या वह बर्बाद न हो। उनकी जिम्मेदारी होती है कि वे कम्पनी या संस्था के डाटा एवं गोपनीय सूचनाओं को हैकर्स, वायरस एवं अन्य साइबर अपराध से सुरक्षित रख सकें। रिसोर्स परसन दीपक चौधरी जोकि राजीव एकेडमी के अलुमिनाई हैं, ने बीसीए के छात्र-छात्राओं से साइबर सिक्योरिटी से सम्बन्धित तैयारी करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि चूंकि यह क्षेत्र भविष्य में आपको उत्तम जॉब उपलब्ध कराने वाला है, अतः आपको सॉफ्टवेयर डेवलपर्स वर्चुअल रिएलिटी जॉब्स, एथिकल हैकर और एनिजॉब इन साइबर सिक्योरिटी, डॉटा अनालिस्ट, कंटेंट क्रिएटर आदि पर कड़ा परिश्रम करना होगा। उन्होंने कहा कि चूंकि आरएटीम में लैब और अध्यापन दोनों अपडेट्स हैं लिहाजा परिश्रमी छात्र-छात्राओं को करिअर बनाने में दिक्कत नहीं आती। यहां बड़ी-बड़ी आईटी कम्पननियां कैम्पस प्लेसमेंट आयोजित करती रहती हैं तथा विद्यार्थियों को मनमाफिक जॉब मिलते रहते हैं। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने रिसोर्स परसन दीपक चौधरी का आभार माना।

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