41 साल बाद चंडीगढ़ में स्पोर्ट्स पॉलिसी लागू

खेलों में मेडल लाने वालों को मिलेंगे 6 करोड़ रुपए
खेलपथ संवाद
मनीमाजरा (चंडीगढ़)।
चंडीगढ़ में सोना लाने वाले खिलाड़ियों की किस्मत चमकेगी। मंगलवार को स्पोर्ट्स डे के मौके पर 41 साल बाद चंडीगढ़ में स्पोर्ट्स पॉलिसी लागू करते हुए खिलाड़ियों के लिए 6 करोड़ रुपए तक का नगद पुरस्कार रखा गया है। यह राशि हरियाणा के बराबर और पंजाब से दोगुनी है। 
यह घोषणा शहर के प्रशासक बनवानीलाल पुरोहित ने राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर सेक्टर -7 के स्टेडियम में अत्याधुनिक सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक के उद्घाटन के मौके पर की। उन्होंने कहा कि मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को अब 6 करोड़ रुपए तक का नगद पुरस्कार मिलेगा। शहर में 1982 में चंडीगढ़ का स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट बनने के बाद से अब तक कोई पॉलिसी नहीं थी। चंडीगढ़ के स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट को स्कॉलरशिप के लिए दो करोड़ रुपए का बजट मिलता था। जिसे बढ़ाकर अब 20 करोड़ किया जाएगा। अच्छे एथलीट्स तैयार करने वाले कोच को भी सम्मानित किया जाएगा। 
इंटरनेशनल एथलीट के अलावा नेशनल में मेडल दिलाने वाले कोचों को भी कैश अवॉर्ड दिए जाएंगे। एथलीट को ट्रेनिंग के साथ उनकी फिटनेस पर भी काम किया जाएगा। इसके लिए स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर बनाए जा रहे हैं। इस मौके पर उपस्थित विशिष्ट व्यक्तियों में मेयर अनूप गुप्ता, प्रशासक के सलाहकार धमपाल, डॉ. विजय नामदेवराव ज़ादे वित्त सचिव, नितिन यादव गृह सचिव, प्रशासक सलाहकार परिषद खेल समिति के अध्यक्ष संजय टंडन, खेल निदेशक साैरभ कुमार अरोड़ा भी मौजूद थे।

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