वोंड्रोसोवा विम्बलडन के फाइनल में पहुंचीं
विम्बलडन में कभी दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ी थीं मार्केटा
ओंस जेब्यूर से होगी खिताबी भिड़ंत; सबालेंका बाहर
खेलपथ संवाद
लंदन। चेक गणराज्य की 24 वर्षीय मार्केटा वोंड्रोसोवा विम्बलडन के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने गुरुवार (13 जुलाई) को नौ माह पहले मां बनीं यूक्रेन की एलीना स्वितोलिना का फाइनल में पहुंचने का सपना तोड़ दिया। वोंड्रोसोवा ने सीधे सेटों में 6-3, 6-3 से जीत हासिल की। दूसरी ओर, ट्यूनीशिया की ओंस जेब्यूर ने भी फाइनल में अपना स्थान पक्का कर लिया। वह लगातार दूसरी बार खिताबी मुकाबले में पहुंची हैं।
ओन्स जेब्यूर ने एक सेट और 2-4 से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी की। लगभग हारे हुए मैच को उन्होने पलट दिया। जेब्यूर ने बेलारूस की आर्यना सबालेंका को हराया और लगातार दूसरी बार विम्बलडन फाइनल में पहुंची। दुनिया की छठे नंबर की खिलाड़ी ने 6-7 (5/7), 6-4, 6-3 से जीत हासिल की। वह शनिवार को खिताब के लिए मार्केटा वोंद्रोसोवा से भिड़ेंगी।
मार्केटा इससे पहले न तो विम्बलडन के दूसरे दौर से आगे बढ़ पाई थीं और न ही आज से पहले कभी वह सेंटर कोर्ट पर खेली थीं, लेकिन मार्केटा ने इन सभी चीजों को नजरअंदाज करते हुए शानदार खेल दिखाया। यह मुकाबला दो गैर वरीय खिलाडियों के बीच था। स्वितोलिना तो इस टूर्नामेंट में वाइल्ड कार्ड की एंट्री से खेल रही थीं, वहीं 2019 के फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंच चुकीं मार्केटा की विश्व रैंकिंग 42 है। स्वितोलिना भी कभी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में जगह नहीं बना पाई हैं।
सेमीफाइनल तक के सफर में शानदार प्रदर्शन करने वाले स्वितोलिना आज अपनी सर्विस पर रंग में नहीं दिखीं। पूरे मैच में उनकी छह बार सर्विस ब्रेक हुई, जिसका खामियाजा उन्हें हार के रूप में भुगतना पड़ा। हालांकि उन्होंने तीन बार मार्केटा की सर्विस तोड़ी, लेकिन अपनी खराब सर्विस के कारण वह इसका फायदा नहीं उठा पाईं। हालांकि मार्केट को अपने बाएं हाथ से खेलने का फायदा मिला। दूसरे सेट में 4-2 के स्कोर पर स्वितोलिना ने मार्केटा की सर्विस तोड़ उम्मीदें जगाईं, लेकिन अगले ही गेम में वह एक बार फिर अपनी सर्विस तुड़वा बैठीं और मुकाबला हार गईं।