पहले दिन खली अश्विन की कमी

ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय गेंदबाजों को तरसाया
स्मिथ-हेड ने खेलीं बड़ी पारी
लंदन।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेला जा रहा है। ओवल में खेले जा रहे मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट गंवाकर 327 रन बना लिए हैं। फिलहाल ट्रेविस हेड 156 गेंदों में 146 रन और स्टीव स्मिथ 227 गेंदों में 95 रन बनाकर नाबाद हैं। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था।
शुरुआती 25 ओवर में कंगारुओं के तीन विकेट गिरने के बाद यह फैसला सही लग रहा था। हालांकि, इसके बाद हेड और स्मिथ ने शानदार बल्लेबाजी की और अगले करीब 61 ओवर में कोई विकेट नहीं गिरने दिया। साथ ही नाबाद 251 रन की साझेदारी भी कर डाली। टीम इंडिया इस टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन के बिना मैदान पर उतरी है और पहले दिन ही उनकी कमी खूब खली।
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को चौथे ओवर में मोहम्मद सिराज ने पहला झटका दिया। उन्होंने उस्मान ख्वाजा को विकेटकीपर केएस भरत के हाथों कैच कराया। ख्वाजा खाता भी नहीं खोल सके। दो के स्कोर पर पहला विकेट गिरने के बाद डेविड वॉर्नर ने मार्नस लाबुशेन के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 69 रन की साझेदारी निभाई। वॉर्नर को लंच से ठीक पहले शार्दुल ठाकुर ने विकेटकीपर भरत के हाथों कैच कराया। वह 60 गेंदों में आठ चौके की मदद से 43 रन बनाकर आउट हुए। लंच तक ऑस्ट्रेलिया ने दो विकेट गंवाकर 73 रन बना लिए थे।
लंच की ठीक बाद मोहम्मद शमी ने मार्नस लाबुशेन को क्लीन बोल्ड किया। वह 62 गेंदों में तीन चौके की मदद से 26 रन बनाकर आउट हुए। 24.1 ओवर में लाबुशेन का विकेट गिरा था। इसके बाद ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ ने जबरदस्त बल्लेबाजी की और पूरे दिन कोई विकेट नहीं गिरने दिया। चायकाल तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट पर 170 रन था। 
ट्रेविस हेड का रिकॉर्ड
हेड ने टेस्ट करियर का छठा शतक पूरा किया, जबकि स्मिथ ने 38वां अर्धशतक लगाया। हेड ने अब तक अपनी पारी में 22 चौके और एक छक्का लगाया है। वहीं, स्मिथ ने अब तक अपनी पारी में 14 चौके लगाए हैं। हेड ने अपनी नाबाद शतकीय पारी के साथ ही टेस्ट फाइनल में खास रिकॉर्ड बना दिया। वह टेस्ट फाइनल में शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले 2021 के टेस्ट फाइनल में भी कोई बल्लेबाज शतक नहीं लगा पाया था। भारत की तरफ से शमी, सिराज और शार्दुल को एक-एक विकेट मिला।
कप्तान रोहित शर्मा ने आसमान में बादल छाए रहने के चलते टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। विकेटकीपर के लिए ईशान किशन की जगह केएस भरत को प्लेइंग-11 में मौका मिला, जबकि चार तेज गेंदबाजों शमी, सिराज, शार्दुल और उमेश और एक स्पिनर रविंद्र जडेजा के साथ खेलने का फैसला किया। शुरुआती पहले घंट में सिराज और शमी ने बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। इसके बाद दूसरे घंटे से ही धूप खिलने लगी और पिच बल्लेबाजों के लिए आसान होती चली गई।
सिराज ने उठाया ओवरकास्ट कंडीशन का फायदा
शमी की गेंदों पर कई बार डेविड वॉर्नर और उस्मान ख्वाजा आउट होते हुए बचे, लेकिन टीम को पहली सफलता सिराज ने दिलाई।
सिराज की गेंद को ख्वाजा संभलकर नहीं खेल पाए और गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर भरत के दस्तानों में चली गई।
ऑस्ट्रेलिया को दूसरे रन पर ही पहला झटका लग गया। इसके बाद वॉर्नर और लाबुशेन ने कुछ अच्छे शॉट खेलकर टीम की रन गति को चलाया।
इस बीच, सिराज की एक बाउंसर लाबुशेन के बाएं अंगूठे पर लग गई। इसके बाद वॉर्नर ने तेज गेंदबाज उमेश यादव को निशाना बनाया।
पारी का 15वां ओवर कर रहे उमेश की दूसरी गेंद पर चौका लगाया और फिर अंतिम तीन गेंदों में चौके की हैट्रिक लगा दी। इस ओवर से ऑस्ट्रेलिया को 16 रन मिले।
इसके कुछ ओवर बाद भारत ने लाबुशेन के खिलाफ LBW का रिव्यू लिया, लेकिन रिव्यू गंवा दिया। इसके बाद वॉर्नर (43) ठाकुर की गेंद पर मनमुताबिक शॉट नहीं खेल पाए।
गेंद उनके बल्ले पर लग गई और फिर भरत ने अपनी दाईं तरफ डाइव लगाकर शानदार कैच लपक लिया।
भारत ने पहला सत्र (सेशन) अपने नाम करते हुए लंच तक ऑस्ट्रेलिया को 23 ओवर में दो विकेट पर 73 रन ही बनाने दिए।
धूपी खिली, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जमे
तेज गेंदबाजों के अनुकूल हालात का भारतीय गेंदबाजों ने फायदा ने उठाया, लेकिन जैसे ही मैच के दूसरे घंटे से धूप खिलने लगी तो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जम गए और भारतीय गेंदबाजों पर मनचाहे शॉट खेलते रहे।
हालांकि, दूसरे सत्र की शुरुआत तो भारत के लिए अच्छी रही और शमी ने मार्नस लाबुशेन (26) को बोल्ड कर दिया। इसके बाद ट्रेविस हेड ने आक्रामक अंदाज में खेलते हुए रन गति को तेज कर दिया।
उन्होंने हर गेंदबाज पर मनचाहे शॉट खेले। इस बीच, उन्होंने ठाकुर की गेंद पर चौका लगाकर 60 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। ऑस्ट्रेलिया ने चायकाल तक 51 ओवर में तीन विकेट पर 170 रन बना लिए थे।
सारी प्लानिंग फेल
चायकाल के बाद भी तीसरे सत्र में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों हेड और स्मिथ ने भारतीय टीम मैनेजमेंट की सारी प्लानिंग फेल कर दी और कोई भी गेंदबाज उन्हें परेशान नहीं कर सका।
दोनों अपने शॉट खेलते रहे और रन गति को बढ़ाते रहे। इस दौरान, स्मिथ ने 144 गेंदों में अपने टेस्ट करियर का 38वां अर्धशतक लगाया। वहीं, हेड ने 106 गेंदों में एक रन के साथ शतक पूरा किया।
दिन का खेल खत्म होने के बाद सुनील गावस्कर अश्विन को न खिलाने पर नाराज दिखे। उन्होंने कहा- दुनिया के नंबर-1 गेंदबाज को टीम में नहीं रखना समझ से परे है। अश्विन को प्लेइंग-11 में होना चाहिए था।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच जस्टिन लैंगर ने कहा- अश्विन का नहीं होना पहले दिन का हाईलाइट है। दुनिया का नंबर-1 गेंदबाज टीम में क्यों नहीं है, यह समझ में नहीं आया।'

रिलेटेड पोस्ट्स