जोकोविच 23वें ग्रैंडस्लैम से तीन जीत दूर

17वीं बार क्वार्टर-फाइनल में, खाचनोव से होगी टक्कर
पेरिस।
दो बार के चैम्पियन और अपने 23वें ग्रैंडस्लैम का लक्ष्य लेकर चल रहे सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने रविवार को फ्रेंच ओपन टेनिस के पुरुष वर्ग के चौथे दौर के मुकाबले में जुआन पाब्लो वेरिलास को 6-3, 6-2, 6-2 से हरा दिया। उन्होंने 17वीं बार यहां रोलां गैरो के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। जोकोविच के पास खिताब जीतने के लिए अच्छी प्रेरणा है। यदि वह खिताब जीतते हैं तो रिकॉर्ड 23वां ग्रैंडस्लैम हासिल करेंगे इसके अलावा वह फिर से नंबर एक की रैंकिंग पर भी पहुंच जाएंगे। फिलहाल तीसरे नंबर पर चल रहे हैं।
वेरिलास ने इससे पहले पांच सेटों के तीन मैच खेले थे जिसमें उन्होंने राबर्टो बतिस्ता और हुबर्ट हरकेज जैसे खिलाड़ियों को उलटफेर का शिकार बनाया था। जोकोविच के खिलाफ वह कुछ खास नहीं कर सके। पहले सेट में 36 साल के जोकोविच ने 4-0 की बढ़त बना ली और अपना दबदबा जारी रखा। नोवाक ने दुनिया में 94वीं रैंकिंग के प्रतिद्वंद्वी को एक घंटे 57 मिनट चले मुकाबले में पराजित किया। इस दौरान उन्होंने 35 विनर लगाए और 12 में से छह ब्रेक प्वाइंट को भुनाया।
अब उनकी टक्कर रूस के करेन खाचनोव से होगी जिन्होंने अन्य मुकाबले में इटली के लौरेंजो सोनेगो को 1-6, 6-4, 7-6, 6-1 से पराजित किया। सोनेगो ने पिछले मुकाबले में रूबलेव को हराया था लेकिन खाचनोव ने पहला सेट गंवाने के बाद अच्छी वापसी की। ग्यारहवीं वरीयता के खाचनोव लगातार तीसरे ग्रैंडस्लैम के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे हैं।
पहले सेट में सोनेगो काफी आक्रामक थे लेकिन दूसरे सेट में रूसी खिलाड़ी ने बराबरी कर ली। तीसरे सेट के टाईब्रेकर से उन्होंने मैच में वापसी की और नियंत्रण बना लिया। उन्होंने तीन घंटे 29 मिनट में यह मैच अपने नाम किया। पुरुष वर्ग के अन्य मुकाबलों में जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने फ्रांसिस टियाफोई को तीन घंटे 41 मिनट में 3-6, 7-6, 6-1, 7-6 से हराया।
89-16 का हो गया है रोलां गैरो में जोकाविच का जीत-हार का रिकॉर्ड
12 : सेट खेले हैं जोकोविच ने चार दौर के मुकाबलों में और एक नहीं गंवाया
रूस की पेविलयूचेनकोवा क्वार्टर फाइनल में
अनास्ताशिया पेविलयूचेनकोवा ने एक सेट से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 28वीं वरीयता की एलिसे मर्टेंस को तीन घंटे और नौ मिनट में 3-6, 7-6, 6-3 से पराजित कर अंतिम आठ में प्रवेश कर लिया। यह मुकाबला इस बार महिला एकल में दूसरा सबसे लंबा मुकाबला रहा। इससे पहले किम्बरले बिरेल ने पहले दौर में तीन घंटे 10 मिनट में जीत हासिल की थी। पेविलयूचेनकोवा ने इससे पहले सैमसोनोवा को दूसरे राउंड में तीन घंटे छह मिनट में हराया था। दो साल पहले उपविजेता रहीं पेविलयूचेनकोवा कॅरिअर में आठवीं बार ग्रैंडस्लैम के क्वार्टर फाइनल में पहुंची हैं और पेरिस में उन्होंने ऐसा तीसरी बार किया है। वह घुटने की चोट के बाद वापसी कर रही हैं। पिछले साल वह मैदान से दूर रहीं और इस कारण उनकी रैंकिंग 333 तक पहुंच गई। वह फ्रेंच ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वालीं सबसे कम रैंकिंग की खिलाड़ी हैं।
दुर्घटनावश बॉलगर्ल को गेंद मारने पर जापान की मियू जोड़ीदार के साथ बाहर
फ्रेंच ओपन में जापान की युगल खिलाड़ी मियू कातो और उनकी इंडोनेशियाई जोड़ीदार अल्दिला को मैच से अयोग्य (डिसक्वालिफाई) कर दिया गया क्योंकि कातो के शॉट पर गेंद दुर्घटनावश बालगर्ल की गर्दन पर जाकर लगी थी। वह 15 मिनट तक कराहती रही थी। कोर्ट-14 पर चल रहे मुकाबले के दूसरे सेट के दौरान कातो ने रैकेट घुमाया और गेंद बॉल गर्ल की ओर गई जिसका ध्यान खिलाड़ी की तरफ नहीं था। पहले तो चेयर अंपायर अलेक्जेंडर ने खिलाड़ी को सिर्फ चेतावनी ही दी थी लेकिन जब टूर्नामेंट रेफरी रेमी और ग्रैंडस्लैम सुपरवाइजर वेन मैकइवेन खुद कोर्ट पर आ गए तो चेयर अंपायर ने उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया। ऐसे में चेक गणराज्य की मैरी बुजकोवा और स्पेन की सोरिबेस टोरमो मैच में विजेता घोषित हो गई। बुजकोवा ने कहा कि यह स्थिति सभी के लिए खराब है लेकिन चलना तो नियमानुसार ही पड़ेगा।

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