पाकिस्तानी हॉकी कोच सेगफ्राइड एकमैन ने बताई व्यथा
खाली पेट कैसे खेलेंगे हॉकी, वेतन न मिलने से खफा कोच लौटे स्वदेश
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। किसी खेल के आगे बढ़ने के लिए सबसे जरूरी है कि इसे खेलने वाले या सिखाने वाले के पास कम से कम इतना विश्वास हो कि उन्हें आर्थिक रूप से किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन पाकिस्तान टीम के हॉकी कोच को इन दिनों इसी समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। पाकिस्तान हॉकी टीम के कोच सेगफ्राइड एकमैन को इसलिए स्वदेश लौटना पड़ा क्योंकि उन्हें 8 महीने से कोई वेतन नहीं मिला है। उक्त बातें पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन के सूत्रों के हवाले से कही जा रही है। कहा ये भी जा रहा है कि फेडरेशन के इस रवैये से कोच न केवल दुखी हैं बल्कि बिना किसी कारण के अपने काम में हस्तक्षेप से भी नाखुश हैं।
सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि "एकमैन लगातार इंतजार के बाद अपना वेतन न मिलने के कारण स्वदेश लौट गए हैं। उन्हें 8 महीने से वेतन नहीं मिला है।" हालांकि, पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन की तरफ से इस आरोप को पूरी तरह से निराधार बताते हुए कहा गया है कि कोच स्वदेश इसलिए लौटे हैं, क्योंकि फिलहाल नेशनल टीम का कोई असानइमेंट नहीं है। इतना ही नहीं फेडरेशन की तरफ से कहा गया है कि उनका सारा बकाया इस महीने के अंत तक पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड द्वारा दे दिया जाएगा।
आपको बता दें कि पाकिस्तान हॉकी पिछले कुछ सालों से लगातार आर्थिक समस्या का सामना कर रहा है। ऐसे में खिलाड़ियों में इसको लेकर असंतोष है। कहा यह भी जा रहा है कि कोच एकमैन ने रवाना होने से पहले पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन के अधिकारी से बात की थी और कहा था कि ऐसे पाकिस्तान टीम अंतरराष्ट्रीय टीम पर प्रदर्शन कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि खाली पेट और दिमाग में आर्थिक समस्या के रहते खिलाड़ी अच्छा नहीं कर सकते।