भारतीय दिग्गज भी नहीं रोक सके आस्ट्रेलिया का विजयी रथ

भारतीय टीम को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने हराया
टीम इंडिया को रजत से करना पड़ा संतोष
बर्मिंघम।
राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष हॉकी के फाइनल में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7-0 से हार गई। उसके पास स्वर्ण पदक जीतने का मौका था, लेकिन टीम ने शर्मनाक प्रदर्शन किया। टीम इंडिया को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया लगातार सातवीं बार चैम्पियन बना है। वह राष्ट्रमंडल खेलों में हर बार पुरुष हॉकी का स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा है। भारत को 2010 और 2014 में भी रजत पदक मिला था। तब ऑस्ट्रेलिया ने ही उसे क्रमश: 8-0 और 4-0 से हराया था।
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में यह आखिरी इवेंट था। भारतीय टीम जीत के साथ अंत नहीं कर पाई। भारत को इस राष्ट्रमंडल खेल में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य मिले हैं। इस तरह भारत ने कुल 61 पदक अपने नाम किए।
पहले क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया ने दागे दो गोल
पहले क्वार्टर में नौवें मिनट में ब्लेक गोवर्स ने पेनाल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिक से गोल दागा। इसके बाद नाथन इफ्रॉम्स ने 14वें मिनट में फील्ड गोल दागा और ऑस्ट्रेलिया को 2-0 की बढ़त दिलाई।
दूसरे क्वार्टर में कंगारूओं ने किए तीन गोल
दूसरे क्वार्टर में भी ऑस्ट्रेलिया ने काउंटर अटैक जारी रखा। जैकब एंडरसन ने पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल दागा और कंगारुओं को 3-0 की बढ़त दिलाई। जैकब ने 22वें मिनट में गोल दागा। उनके बाद टॉम विकहैम ने 26वें मिनट में टीम के लिए चौथा गोल दाग दिया। एंडरसन ने 27वें मिनट में अपना दूसरा और टीम का पांचवां गोल कर दिया। इस तरह ऑस्ट्रेलिया की बढ़त 5-0 से हो गई।
तीसरे क्वार्टर में इफ्रॉम्स ने किया गोल
तीसरे क्वार्टर में भी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने आक्रामक खेल को जारी रखा। उसके लिए नाथन इफ्रॉम्स ने 42वें मिनट में छठा गोल कर दिया। नाथन का इस मैच में यह दूसरा गोल है। चौथे क्वार्टर के शुरुआत में ही ऑस्ट्रेलिया ने एक और गोल कर दिया। फ्लिन ओजिलवी ने 46वें मिनट में गोल कर टीम का स्कोर 7-0 कर दिया।

रिलेटेड पोस्ट्स