महिला खिलाड़ियों को पुरुषों के बराबर वेतन

अमेरिकी फुटबॉल संघ महिला खिलाड़ियों के सामने झुका
बकाया भुगतान के लिए 1.79 करोड़ भी देगा
वाशिंगटन।
अमेरिका की महिला फुटबॉल खिलाड़ियों को अब पुरुष खिलाड़ियों के बराबर वेतन मिलेगा। छह साल बाद अमेरिकी फुटबॉल संघ और महिला खिलाड़ियों के बीच समझौता हो चुका है। समझौते के तहत नेशनल फेडरेशन बकाया भुगतान के लिए 1.79 करोड़ रुपए की राशि भी देगा ताकि वर्तमान और पूर्व खिलाड़ियों को उनका हिस्सा मिल सके।
इस समझौते के तहत दो साल पहले महिला खिलाड़ियों की ओर से नेशनल बॉडी पर लगाए गए लिंग भेद के आरोप के साथ ही अन्य आरोप भी खत्म हो जाएंगे। दरअसल, अमेरिकी महिला वर्ल्ड कप विजेता टीम की खिलाड़ी पुरुष टीम के बराबर समान वेतन और समान सुविधा की मांग पिछले कई सालों से कर रही थीं। अमेरिकी महिला टीम सबसे ज्यादा चार बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर चुकी है। महिला टीम ने 1991, 1999, 2015 और 2019 में खिताब पर कब्जा जमाया था। 
अमेरिकी फुटबॉल संघ अब महिला और पुरुष खिलाड़ियों के साथ नए सिरे से अनुबंध करेगा और अब दोनों को वर्ल्ड कप सहित अन्य प्रतियोगिताओं के लिए समान सुविधा और वेतन दिया जाएगा। 2019 वर्ल्ड कप विजेता टीम के खिलाड़ियों ने समान वेतन और पुरुष टीम के बराबर यात्रा खर्च, उनके जैसा आवास और हेल्थ सुविधा के लिए 2019 में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 2020 में डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने समान वेतन की मांग खारिज कर दी थी और पुरुषों के बराबर यात्रा खर्च, उनको मिलने वाली आवास सुविधा और हेल्थ सुविधा संबंधित मामले की सुनवाई को मंजूरी दे दी थी।
फुटबॉल संघ के अध्यक्ष ने क्या कहा?
अमेरिकी फुटबॉल संघ के अध्यक्ष सिंडी पार्लो कोन ने टेलिफोनिक इंटरव्यू में कहा कि इस नतीजे तक पहुंचना आसान नहीं था और अब हम सब एक साथ आगे बढ़ रहे हैं। कानूनी लड़ाई के दौरान अमेरिकी फुटबॉल की साख को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं प्रायोजकों के साथ भी संबंध खराब हुए। स्टार खिलाड़ियों एलेक्स मॉर्गन, मेगन रापिनो और कार्ली लॉयड के साथ भी नेशनल फेडरेशन के संबंध खराब हुए। हालांकि संघ महिला फुटबॉल टीम के साथ समझौते के लिए बाध्य नहीं था, क्योंकि कोर्ट पहले ही महिला खिलाड़ियों के समान वेतन की मांग को खारिज कर चुकी थी।

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