जम्मू-कश्मीर का गौरव है जिम्नास्ट बवलीन कौर

खेल ही नहीं पढ़ाई में भी अव्वल
खेलपथ प्रतिनिधि
जम्मू।
बेटियां कहीं की हों उनमें नीलगगन में उड़ान भरने का हुनर आ गया है। कभी आतंकवाद के साए में रहने वाले जम्मू-कश्मीर में अब बेटियां हर क्षेत्र में कौशल दिखाने को बेताब हैं। ऐसी ही बेटियों में जिम्नास्ट बवलीर कौर भी शामिल है। यह बेटी खेल ही नहीं पढ़ाई में भी अव्वल है।
जम्मू-कश्मीर के साथ राष्ट्रीय जिम्नास्टिक जगत में बवलीन कौर बड़ा नाम हैं। छोड़ी सी आयु में बवलीन ने जिम्नास्टिक में कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं। खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए बवलीन कला संकाय में 96 प्रतिशत अंक हासिल कर युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनी है। बवलीन प्रदेश की एकमात्र ऐसी खिलाड़ी हैं, जिसने लगातार तीन बार खेलो इंडिया 2018, 2019 और 2020 में स्वर्ण पदक हासिल किया है।
बवलीन अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और प्रशिक्षक को देती हैं। बवलीन कहती है कि खेलों में सक्रिय रहने के साथ पढ़ाई पर भी बराबर ध्यान देना चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए कई सप्ताह पढ़ाई से दूर रहना पड़ता है लेकिन मैं प्रतियोगिता से वापस लौटने के बाद पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित करती हूं।  

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