कहीं बहक ना जाएं वैभव के कदम

इस होनहार की सुरक्षा का कवच बनेंगे कोच राहुल द्रविड़
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। सदानंद विश्वनाथ, लक्ष्मण शिवरामकृष्णन और विनोद कांबली भारतीय क्रिकेट के कुछ ऐसे नाम हैं, जो अचानक मिली लोकप्रियता की चकाचौंध में खो जाने के कारण अपना करियर लम्बा नहीं खींच पाए। इन सभी को अगर राहुल द्रविड़ जैसा ईमानदार और सच्चा संरक्षक मिला होता तो शायद उनकी क्रिकेट की पारी लम्बी खिंच जाती।
इस मामले में आईपीएल की नई सनसनी वैभव सूर्यवंशी भाग्यशाली हैं कि उनके पास द्रविड़ जैसा कोच है। वह उनके माता-पिता के साथ मिलकर इस 14 वर्षीय बल्लेबाज को चकाचौंध से बचाने के लिए आवश्यक सुरक्षा कवच तैयार कर रहे हैं। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के अध्यक्ष राकेश तिवारी, राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन, द्रविड़ और वैभव के पिता संजीव मिलकर इस किशोर खिलाड़ी के लिए सुरक्षा कवच तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस युवा बल्लेबाज का जीवन आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र का शतक बनने के बाद बदल गया है। उन्हें लोकप्रियता की इस चकाचौंध से बचाना जरूरी है। बीसीए के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि राहुल द्रविड़ सर ने वैभव को अपने संरक्षण में ले लिया है। उन्होंने उसके माता-पिता और बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी से भी बात की है। वैभव के माता-पिता से कहा गया है कि वे अपने बच्चे के विकास के संबंध में द्रविड़ सर से मिलने वाली किसी भी सलाह पर ध्यान दें। वह विशिष्ट प्रतिभा का धनी है।
नेक इरादे वाले लोगों को वैभव को उसकी पूरी क्षमता का एहसास कराने में मदद करने के लिए अपना योगदान देने की जरूरत है। सबसे सम्मानित कोचों में से एक डब्ल्यूवी रमन ने कहा कि इसमें उनके माता-पिता की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। रमन ने कहा कि वह 14 साल का है और उसके माता-पिता उसके लिए कुछ फैसले लेंगे और वे फैसले बहुत महत्वपूर्ण होंगे।
भारत की तरफ से लम्बे समय तक खेल सकते हैं वैभवः विक्रम राठौड़
जयपुर। राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने वैभव सूर्यवंशी को विशेष प्रतिभा करार देते हुए कहा कि अगर वह खेल पर अपना ध्यान केंद्रित रखते हैं तो लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट की सेवा कर सकते हैं। सूर्यवंशी ने सोमवार को 38 गेंदों में 101 रन बनाकर 14 साल और 32 दिन की उम्र में आईपीएल के सबसे कम उम्र के शतकवीर बनने का रिकॉर्ड बनाया।
बाएं हाथ के बल्लेबाज सूर्यवंशी ने ईशांत शर्मा, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, वाशिंगटन सुंदर तथा अफगानिस्तान के राशिद खान और करीम जानत जैसे अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी का नमूना पेश करते हुए 11 छक्के और सात चौके लगाए और राजस्थान रॉयल्स को आठ विकेट से जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
राठौड़ ने मैच के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘हम पिछले कुछ महीनों से इसे नेट पर देख रहे हैं, हमें पता था कि वह क्या करने में सक्षम है और वह कौन से शॉट खेल सकता है, लेकिन खचाखच भरे स्टेडियम में और इस तरह की स्थिति में वास्तव में अच्छे गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ ऐसा करना, यह वास्तव में विशेष था।” उन्होंने कहा, ‘‘वह एक विशेष प्रतिभा है और इसकी तकनीकी अच्छी है। आज उसने सभी को दिखाया कि वह कितना अच्छा बल्लेबाज है। ”
राठौड़ ने कहा, ‘‘एक 14 साल के बच्चे का इस तरह खेलना निश्चित रूप से उसे खास बनाता है। हमने उसे पहली बार चार महीने पहले देखा था जब वह ट्रायल के लिए आया था। उस दिन से हमें पता था कि हमें कुछ खास मिला है और उसे आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी हमारी है।” राठौड़ को लगता है कि सूर्यवंशी लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट की सेवा कर सकते हैं, बशर्ते वह कड़ी मेहनत करते रहें। उन्होंने कहा, ‘‘उसने असाधारण पारी खेली। वह गेंद को अच्छी तरह से हिट करता है। उसमें कुछ खास है और अगर वह आगे बढ़ता रहा और कड़ी मेहनत करता रहा, तो वह लंबे समय तक भारत की तरफ से खेल सकता है।”
राठौड़ ने हालांकि कहा कि सूर्यवंशी की तुलना सचिन तेंदुलकर से करना अनुचित होगा जिन्होंने 16 साल की उम्र में भारत की तरफ से पदार्पण किया था। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा करना बहुत जल्दबाजी होगी। एक बच्चे की तुलना सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी से करना अनुचित है।”’ गुजरात टाइटंस के बल्लेबाज साई सुदर्शन ने भी सूर्यवंशी की जमकर तारीफ की।
सुदर्शन ने कहा, ‘‘वैभव ने जिस तरह से बल्लेबाजी की वह जबरदस्त थी और देखने में शानदार थी लेकिन हम बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे। हम सोच रहे थे कि हमने 10 रन अधिक बनाए हैं लेकिन जिस तरह से उन्होंने शुरुआत की और बल्लेबाजी की उससे पता चला कि हम गलत थे और हम थोड़ा और रन भी बना सकते थे।”