ग्वालियर में हाकी का दर्पण

मध्य प्रदेश के हर फीडर सेण्टर से श्रेष्ठ

खेलपथ प्रतिनिधि

ग्वालियर। पिछले 10-12 वर्षों में मध्य प्रदेश खेल एवं कल्याण विभाग के प्रयासों से ग्वालियर की हाकी ने नई करवट ली है। हाकी के प्रति खिलाड़ियों और अभिभावकों का अनुराग जागा है तथा इसका सुफल भी मिल रहा है। ग्वालियर में संचालित राज्य महिला हाकी एकेडमी से इतर दर्पण मिनी स्टेडियम मध्य प्रदेश का इकलौता फीडर सेण्टर है जिससे प्रदेश ही नहीं देश की हाकी उम्मीदों को पर लगे हैं। यह सब खेल एवं युवा कल्याण विभाग और जुनूनी हाकी प्रशिक्षक अविनाश भटनागर के प्रयासों से सम्भव हो सका है।

समय-समय पर दर्पण मिनी स्टेडियम की हाकी बगिया को विभाग की कारगुजारियों से झंझावात का भी सामना करना पड़ा। विभाग की प्रयोगधर्मिता और अवरोधों से जहां इस मैदान में कुछ शरारती तत्व सक्रिय हुए वहीं यहां जुटने वाली प्रतिभाएं भी काफी कम हो गईं। खैर, दर्पण मिनी स्टेडियम ने ग्वालियर चम्बल सम्भाग को तीन  एकलव्य अवार्डी (करिश्मा यादव, नेहा सिंह और नीरज राणा) दिए तथा दो बेटियां करिश्मा और इशिका चौधरी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का भी प्रतिनिधित्व किया। इन बेटियों के अलावा अंकित पाल और अर्जुन शर्मा जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी इसी मैदान की देन हैं। समय बदल रहा है, जिस तरह इस मैदान के खिलाड़ी राज्य की एकेडमियों में जगह बना रहे हैं उससे उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले समय में यहां के अन्य खिलाड़ी भी हाकी में मादरेवतन का मान बढ़ाएंगे।

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