शूटर इशा के लिए पिता ने छोड़ी रैली ड्राइविंग

खेलपथ प्रतिनिधि
हैदराबाद। बच्चों की हर सफलता में उनके माता-पिता का त्याग समाहित होता है। अभिभावकों के बिना सहयोग के सफलता काफी मुश्किल होती है। बकौल शूटर इशा सिंह मेरी कामयाबी में मेरे पिता का सहयोग सर्वोपरि है। मेरे पिता ही मेरे भगवान हैं। उनके त्याग की बदौलत ही मैं निशानेबाजी में पहचान बना सकी।
जूनियर विश्व कप रजत पदक विजेता ईशा सिंह ने शुक्रवार को कहा कि उनके निशानेबाजी करिअर में मदद करने के लिए उनके पिता ने रैली ड्राइविंग से संन्यास ले लिया। हैदराबाद की इस निशानेबाज ने नवंबर 2019 में एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप की 10 मीटर एयर पिस्टल जूनियर स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।
उन्होंने कहा, ‘जैसे ही मैंने खेल को गंभीरता से लेना शुरू किया, मेरे पिता ने अपनी रैलियों को कम करना शुरू कर दिया ताकि निशानेबाजी में मेरी मदद कर सकें। लेकिन बाद में मेरे पिता ने रैली ड्राइविंग से संन्यास ले लिया ताकि मेरे साथ टूर्नामेंट में यात्रा कर सकें और ट्रेनिंग सत्र के दौरान मेरे खेल में मदद कर सकें।’
रिलेटेड पोस्ट्स