मुश्किल है पर लक्ष्य के दिमाग में है ओलंपिक क्वालिफिकेशन

सुपर सीरीज-500 से बढ़ेंगे आगे

नई दिल्ली। सुपर-100 और चैलेंजर के पांच खिताब जीतने के बाद शटलर लक्ष्य सेन के दिमाग में टोक्यो ओलंपिक क्वालिफिकेशन घूमने लगा है। बांग्लादेश से खिताब जीतकर लौटने के बाद लक्ष्य ने कहा कि ओलंपिक क्वालिफिकेशन मुश्किल जरूर है, लेकिन वह इसके लिए प्रयास नहीं छोड़ेंगे। यही कारण है कि वह प्रकाश पादुकोण और विमल कुमार की सलाह पर नए साल की शुरुआत में ही सुपर-100 टूर्नामेंटों की बजाय सुपर सीरीज-500 में उतरने जा रहे हैं। यहां प्रदर्शन अच्छा रहा तो ऑल इंग्लैंड और ओलंपिक क्वालिफिकेशन की राह खुल जाएगी।

लक्ष्य अगले साल की शुरुआत में मलयेशियाई और इंडोनेशियाई ओपन सुपर सीरीज में शिरकत करने जा रहे हैं। यह पहली बार होगा जब वह सुपर सीरीज-500 टूर्नामेंट में उतरेंगे। बांग्लादेश से आते ही वह बंगलूरू स्थित पादुकोण अकादमी में कोच विमल के संरक्षण में तैयारी में जुट गए हैं। लक्ष्य को एक से तीन जनवरी को एशियाई चैंपियनशिप के लिए हैदराबाद में होने वाले ट्रायल के लिए भी आमंत्रित किया गया है। यहां वह के श्रीकांत, पी कश्यप, एचएस प्रणय, सौरभ वर्मा, समीर वर्मा और शुभंकर के साथ खेलेंगे। राष्ट्रीय टीम के लिए देश के टॉप शटलरों के साथ उन्हें पहली बार खेलने का मौका मिलेगा।
इस जीत से लक्ष्य की रैंकिंग में उछाल आएगा। उनकी रैंकिंग 41 है और उनके 33 से 35वें स्थान तक पहुंचने की उम्मीद है। ऑल इंग्लैंड खेलने के लिए टॉप 25 और ओलंपिक के लिए टॉप 16 में आना जरूरी है। इसी वजह से वह सुपर सीरीज टूर्नामेंटों की तैयारी में जुट गए हैं। लक्ष्य कहते हैँ कि विदेश में टूर्नामेंट के दौरान प्रकाश सर साथ तो नहीं होते हैं, लेकिन वह मैच देखते रहते हैं। उसके बाद फोन पर वह कमियां और अच्छाइयां बताते हैं। वह हमेशा यही कहते हैं कि प्रदर्शन में निरंतरता बनाकर रखनी है। 
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