स्लाइडर,
भारतीय बेटियों ने जीती छठी एशियाई महिला कबड्डी चैम्पियनशिप

सेमीफाइनल में नेपाल को हराया, फाइनल में ईरान को दी शिकस्त
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भारत की बेटियों ने देश को एक बड़ा तोहफा दिया है। ईरान की राजधानी तेहरान में आयोजित छठी एशियाई महिला कबड्डी चैम्पियनशिप में भारतीय टीम ने शनिवार को खिताबी मुकाबले में मेजबान ईरान को हराकर पांचवीं बार खिताब अपने नाम किया। इससे पहले सेमीफाइनल में भारत ने नेपाल को 56-18 से हराया था।
बता दें कि 8 साल के अंतराल के बाद इस टूर्नामेंट का छठा एडिशन 6 से 8 मार्च के बीच ईरान की राजधानी तेहरान में आयोजित किया गया था। इस चैम्पियनशिप में कुल सात टीमों ने हिस्सा लिया था। ग्रुप ए में भारत, थाईलैंड, बांग्लादेश और मलेशिया की टीमें शामिल थीं। वहीं ग्रुप बी में ईरान, इराक और नेपाल की टीमें थीं। पूरे टूर्नामेंट में भारत का दबदबा देखने को मिला।
ग्रुप स्टेज के दौरान भारतीय टीम ने अपने सभी 3 मुकाबलों में जीत हासिल की थी। इसके अलावा उसने सभी टीमों से ज्यादा पॉइंट (213) स्कोर किए और सबसे कम पॉइंट (63) दिए थे। टीम इंडिया ने बांग्लादेश को 64-23, थाईलैंड को 76-21 और मलेशिया को 73-19 के भारी अंतर से हराकर सेमीफाइनल में एंट्री मारी थी।
बता दें कि 3 दिन तक चले इस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में दोनों टीमों में जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। ईरान ने कांटे की टक्कर दी और मैच को रोमांचक बना दिया था। हालांकि, अंत में भारतीय टीम भारी रही और मुकाबले को 7 पॉइंट के छोटे से अंतर से जीत लिया। ईरान को 32-25 से मात देकर भारत की महिला कबड्डी टीम एक बार फिर से एशिया की चैम्पियन बन गई है।
गौरतलब है कि इससे पहले एशियाई महिला कबड्डी चैम्पियनशिप का आयोजन साल 2017 में हुआ था। तब भारत ने फाइनल में साउथ कोरिया को मात देकर चौथी बार इस टूर्नामेंट का चैम्पियन बना था। यानी भारतीय टीम मौजूदा ट्रॉफी जीतने के साथ अब तक आयोजित 6 में से 5 खिताब अपने नाम कर चुकी है वहीं साउथ कोरिया की टीम ने 2016 में इस खिताब को जीता था।
भारतीय टीम में पांच खिलाड़ी हिमाचल प्रदेश की थीं
छठी एशियाई महिला कबड्डी चैम्पियनशिप में की भारतीय टीम में हिमाचल प्रदेश की पांच खिलाड़ियों का विशेष योगदान रहा। टीम में उप कप्तान पुष्पा राणा, निधि शर्मा, भावना ठाकुर, साक्षी शर्मा और ज्योति ठाकुर शामिल थीं। पुष्पा राणा, जो सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र से हैं, ने उपकप्तान के रूप में टीम का नेतृत्व किया और अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी नेतृत्व क्षमता और खेल कौशल के चलते उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में वे भारतीय महिला कबड्डी टीम की कप्तान बन सकती हैं।