आस्ट्रेलिया में टीम इंडिया को मोहम्मद शमी की दरकारः रवि शास्त्री

जसप्रीत बुमराह पर से भार कम किया जाना जरूरी
खेलपथ संवाद
एडिलेड। भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने शनिवार को तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को जल्द से जल्द ऑस्ट्रेलिया भेजने की मांग की है जिससे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान जसप्रीत बुमराह पर से भार कम किया जा सके। शमी टखने की सर्जरी और लंबे रिहैब के बाद कुछ समय पहले ही मैदान पर वापस लौटे थे।
शमी फिलहाल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे हैं जहां उन पर राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) की मेडिकल टीम और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के चयनकर्ता करीब से नजर रखे हुए हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन कमेंट्री के दौरान शास्त्री ने कहा, जितनी जल्दी शमी ऑस्ट्रेलिया आएंगे, ये भारत के लिए उतना ही अच्छा होगा। उन्होंने काफी घरेलू मैच खेले हैं। आप देख सकते हैं कि जब बुमराह गेंदबाजी करते हैं तब विपक्षी टीम पर कितना दबाव होता है। बुमराह पर काफी दबाव रहता है।
शमी ने सात मैच खेले हैं और बंगाल के लिए घरेलू टी20 टूर्नामेंट में आठ विकेट झटके हैं। शमी ने कई बार शानदार स्पैल की है जिससे संकेत मिले हैं कि वह लय और नियंत्रण हासिल कर चुके हैं। पूर्व भारतीय कप्तान ने हालांकि शमी को ब्रिसबेन के गाबा में 14 से 18 दिसंबर के बीच होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध बताने को जल्दबाजी बताया। उन्होंने कहा, ब्रिसबेन में उपलब्ध होना जल्दबाजी हो सकती है, लेकिन शमी मेलबर्न और सिडनी टेस्ट के लिए उपलब्ध हो सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया में बेहतर है शमी का रिकॉर्ड
शमी का ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट में रिकॉर्ड अच्छा है। उन्होंने 12 मैचों में 44 विकेट लिए हैं जिसमें से 31 आठ टेस्ट मैच के दौरान हासिल किए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक चयनकर्ता और एनसीए स्टाफ हाल ही में शमी की फिटनेस को देखने के लिए राजकोट में थे। इससे इन खबरों को बल मिला था कि पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान शमी किसी भी समय ऑस्ट्रेलिया जा सकते हैं। दूसरी ओर, बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा सीरीज में अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं अब तक 12 विकेट ले चुके हैं जिसमें पर्थ टेस्ट में कुल आठ विकेट लेना भी शामिल है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस बड़ी सीरीज के दौरान टीमों को अपने महत्वपूर्ण खिलाड़ियों के वर्कलोड मैनेजमेंट पर भी नजर रखनी होगी। टीम के उपकप्तान जसप्रीत बुमराह भारत के अहम खिलाड़ी हैं और टीम प्रबंधन नहीं चाहेगा कि उन पर अतिरिक्त भार पड़े।