सूर्या का शानदार कैच रहा टर्निंग प्वाइंटः रोहित शर्मा

हिटमैन ने टी20 विश्व कप फाइनल मैच के भावनात्मक पलों को किया याद

खेलपथ संवाद

नई दिल्ली। रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में भारत की टी20 विश्व कप जीत को याद करते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मैच से पहले वह बहुत घबराए हुए थे। पूरी रात सो नहीं पाए थे। इस मैच का दबाव ऐसा था कि उन्हें लगा कि उनका पैर सुन्न हो गया है।

भारत पिछले साल 29 जून को टी20 विश्व कप चैम्पियन बना था। इस जीत के साथ ही भारत ने विश्व कप खिताब के 13 साल के सूखे को खत्म किया था। रोहित ने ‘जियो हॉटस्टार’ से कहा कि 13 साल लम्बा समय होता है। ज्यादातर लोगों का करियर भी 13 साल का नहीं होता। विश्व कप जीतने के लिए इतना लम्बा इंतजार करना, मैंने अपना पिछला विश्व कप 2007 में जीता था। मेरे लिए इससे बड़ा और कुछ नहीं हो सकता था।

मैं पूरी रात सो नहीं पाया। मैं सिर्फ विश्व कप के बारे में सोच रहा था। मैं घबराया हुआ था। मुझे अपने पैर महसूस नहीं हो रहे थे। क्या मैं दबाव में था? मैं इसे जाहिर नहीं होने देना चाहता था लेकिन अंदर से काफी ‘नर्वस’ था। हमें सुबह साढ़े आठ या नौ बजे स्टेडियम के लिए निकलना था। मैं सुबह 7 बजे ही जग गया था। मैं अपने रूम से मैदान को देख सकता था। मुझे याद है कि मैं सोच रहा था, ‘दो घंटे बाद मैं मैदान पर रहूंगा और लगभग चार घंटे के बाद मैच का परिणाम लगभग तय हो जाएगा।’

भारतीय कप्तान ने आखिरी ओवर में सूर्यकुमार यादव द्वारा डेविड मिलर के शानदार कैच को फाइनल का निर्णायक क्षण करार दिया। उन्होंने कहा कि सूर्यकुमार के कैच के बाद अम्पायरों ने इस पर फैसले के लिए तीसरे अम्पायर की मदद मांगी। इस समय सभी की धड़कनें तेज हो गई थीं। मैं उस समय लॉन्ग ऑफ पर सूर्यकुमार के ठीक सामने था। शुरुआत में मुझे लगा कि गेंद छह रन के लिए चली गई है। सूर्यकुमार ने बाउंड्री के पास क्षेत्ररक्षण करते समय सजगता दिखाते हुए शानदार कैच लपका। इस कैच से भारत की सात रन से जीत सुनिश्चित हुई।

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